सफल समाचार अजीत सिंह
रेलवे स्टेशन सोनभद्र पर भारत विभाजन विभिषिका स्मृति दिवस पर प्रदर्शनी का हुआ आयोजन, नगर पालिका परिषद के चेयरमैन व अन्य जनप्रतिनिधिगण द्वारा किया अवलोकन
हम सबको जाति, मजहब जैसे चीजों से परे रहकर हमेशा एकजुट रहना है-नगर पालिका परिषद अध्यक्ष
भारत विभाजन विभिषिका स्मृति दिवस पर निकाली गयी मौन यात्रा, इस त्रासद घटना पर व्यक्त किया गया शोक
भारतीय इतिहास के काले अध्यायों में से एक अध्याय भारत विभाजन की त्रासदी है, जिसने भारत के दो टुकड़े कर हर भारतीय को गहरा आघात पहुंचाया, जिसने सदियों से कायम सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक एक सांस्कृतिक एकजुटता को पल भर में खण्डित कर दिया। भारत विभाजन की इस त्रासद स्मृति के बारे में भविष्य के नवजवान पीढ़ियों को बताने और उसके दुष्परिणाम को संज्ञानित करने के लिए शासन द्वारा भारत विभाजन विभिषिका स्मृति दिवस का आयोजन देश के विभिन्न भागों में किया जा रहा है। इसी क्रम में जनपद सोनभद्र के दण्डईत बाबा मंदिर से रेलवे स्टेशन सोनभद्र तक मौन पद यात्रा निकाली गयी और विभाजन की त्रासदी के दुष्परिणामों की स्मृतियों को भविष्य की पीढ़ियों, आम नागरिकों, को परिचित कराने के लिए रेलवे स्टेशन सोनभद्र में प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसमें देश के विभाजन के परिणामस्वरूप नागरिकों ने किन-किन यातनाओं को सहा, इसका सम्पूर्ण चित्रण इसमें किया गया था।
इस मौके पर नगर पालिका परिषद अध्यक्ष रूबी प्रसाद व मा0 जनप्रतिनिधिगण, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद श्री विजय यादव, नागरिकगण द्वारा लगायी गयी प्रदर्शनी का अवलोकन किया गया। नगर पालिका परिषद अध्यक्ष रूबी प्रसाद द्वारा विभाजन के दौरान जो दुख और पीड़ा हुई उनको अपनी शब्दों में अभिव्यक्त किया गया, विभाजन की त्रासदियों के दुष्परिणामों से उपस्थित भावी पीढ़ियों को अवगत कराया और कहा कि हमें अग्रेजों ने धर्म के आधार पर एक दूसरे से पृथक कर दिया था, उसी के परिणामस्वरूप हमारे देश का विभाजन हुआ। हमें इस चीज से सीख लेनी चाहिए कि आपसी फूट और वैमनस्य सदैव विघटनकारी होती है और अब हमें उसी से सीख लेकर एकजुट रहना है। बीता हुआ समय हमें यह सीख देता है कि आने वाले समय में हम उन गलतियों को न करें, जो हमने पूर्व में किया है। हम सबको जाति, मजहब जैसे चीजों से परे रहकर हमेशा एकजुट रहना है, जिससे सशक्त राष्ट्र का निर्माण हो सके, हमारा देश विविधताओं वाला देश है,लेकिन इसके बावजूद भी हम एक है, और इसका एहसास हमें सदैव रहना चाहिए, तभी इस महान राष्ट्र की अखण्डता को बनाये रखेंगें।