सफल समाचार
विश्वजीत राय
बीते दो दिनों में जिले में हुई 16.99 एमएम बारिश
पडरौना। मंगलवार की भोर से हो रही रिमझिम बारिश ने उमस भरी गर्मी से लोगों को राहत दी है। इस बारिश से फसलों को संजीवनी मिली है, जिससे किसानों के चेहरे खिल उठे हैं, लेकिन सड़क और विद्यालय परिसर में पसरे बारिश के पानी और कीचड़ ने स्कूल जाने वाले बच्चों की परेशानी बढ़ा दी है। स्कूल से छुट्टी होने के बाद घर जाने के लिए बच्चों को संभल कर जाना पड़ रहा है।
सोमवार को पूरे दिन आसमान में बादल छाए रहने के बाद देर शाम बूंदाबांदी के साथ बारिश शुरू हो गई। मंगलवार की सुबह करीब 11 बजे तक मूसलाधार बारिश हुई। इस दिन जिले में 11.83 एमएम बारिश दर्ज की गई। बुधवार की सुबह जिले में 5.16 एमएम बारिश हुई। इस बारिश ने लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत दी है।
बारिश ने धान और गन्ने की फसल को संजीवनी दी है। इससे किसानों के चेहरों पर प्रसन्नता है। काफी दिनों तक बारिश नहीं होने की वजह से धान और गन्ने की फसल सूख रही थी। लेकिन इस बारिश ने फसल बचाने की आस छोड़ चुके किसानों के चेहरे पर खुशी ला दी है।
बीते दो दिनों से हो रही ने स्कूल जाने वाले बच्चों को मुश्किल में डाल दिया। बुधवार की सुबह रिमझिम बारिश में भीगते हुए बच्चे स्कूल पह़ुंचे। छुट्टी होने के समय बारिश तो बंद हो गई, लेकिन सड़कों पर पसरे कीचड़ और पसरे बारिश के पानी उन्हें परेशान कर दिया। छुट्टी होने के बाद छात्र-छात्राएं कीचड़ के रास्ते घर जाते दिखे।
कसया प्रतिनिधि के अनुसार बीआरसी परिसर में संचालित उच्च प्राथमिक विद्यालय परिसर में बारिश का पानी एकत्र हो गया। इससे विद्यालय आने वाले छात्र-छात्राओं और शिक्षकों को परेशान होना पड़ा।
विद्यालय के प्रधानाध्यापक भगवंत कुमार सिंह ने बताया कि बीआरसी परिसर में संचालित विद्यालय का परिसर मुख्य सड़क से नीचे है। इसके चलते बारिश होने पर पानी निकल नहीं पता है। जलनिकासी की व्यवस्था कराने के लिए बीईओ और नगर पालिका प्रशासन को पत्र भेजा गया है, लेकिन अभी समस्या का समाधान नहीं हुआ है।
इस संबंध में नगर पालिका परिषद अध्यक्ष किरन जायसवाल ने बताया कि समस्या की जानकारी है। पानी निकासी की वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। मौसम सही होते ही मिट्टी भरवाकर समस्या का समाधान करा दिया जाएगा।