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इंजीनियरिंग की विधा ऑप्टिक्स क्षेत्र में कार्य करने के लिए पूरे विश्व से चयनित 24 महिलाओं में शहर की बेटी रुक्मिणी सिंह देश का प्रतिनिधित्व करेंगी। भुजौली कॉलोनी निवासी डॉ. हरिशंकर सिंह की सबसे छोटी बेटी का चयन ऑप्टिक्स क्षेत्र में कार्य करने वाली स्पाई में भारत की तरफ से हुआ है।
पूरे विश्व से चयनित 24 महिलाओं के साथ वर्ष 2023 में द इंटरनेशनल सोसायटी फॉर ऑप्टिक्स एंड फोटोनिक्स में कार्य करने के लिए डॉ. रुक्मिणी सिंह के चयन ने विश्व फलक पर जिले का नाम रोशन किया है। वह स्पाई की प्रेसिडेंट और यूनिवर्सिटी ऑफ एरिजोना की प्रो. जेनिफर वार्टन के साथ शोध करेंगी। वर्तमान में वह स्पेन में रहकर शोध कर रही हैं।
मूल रूप से रामपुर कारखाना थाना क्षेत्र के रामपुर चंद्रभान निवासी एवं देसही देवरिया क्षेत्र के अमारी बाजार न्यू पीएचसी पर तैनात डॉ. हरिशंकर सिंह और गृहिणी इंद्रावती देवी की चार संतानों में सबसे छोटी रुक्मिणी सिंह ने जनता इंटर कॉलेज रामपुर कारखाना से वर्ष 2008 में हाईस्कूल, वर्ष 2011 में राजकीय महिला पॉलीटेक्निक कॉलेज गोरखपुर से इलेक्ट्रॉनिक्स से डिप्लोमा लेने के बाद वर्ष 2014 में बीटेक लखनऊ से और वर्ष 2017 में एमटेक धनबाद से उत्तीर्ण किया। वहीं से उन्होंने वर्ष 2022 में डाक्टरेट भी पूरा किया।
इसके बाद उनका चयन मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय गोरखपुर में एसोसिएट प्रोफेसर के रूप में हो गया, जहां उन्होंने तीन साल तक कार्य किया। इस दौरान ही वर्ल्ड बैंक ने 1.21 लाख के पैकेज पर रुक्मिणी समेत पांच प्रोफेसरों को स्वीडन और ब्राजील तीन बार शोध पत्र पढ़ने के लिए भेजा था।
रुक्मिणी के बड़े भाई डॉ. अतुल सिंह पीजीआई में जूनियर रेजिडेंट चिकित्सक, बड़ी बहन शिल्पी सिंह प्राथमिक विद्यालय में अध्यापक एवं छोटे भाई केशव सिंह एमबीबीएस में इंटर्नशिप कर रहे हैं। उनके पिता डॉ. हरिशंकर सिंह ने बताया कि बेटे व बेटियों की पढ़ाई-लिखाई में कोई भेदभाव नहीं किया तो आज बेटियां भी अपने पैरों पर खड़ी हैं। छोटी बेटी ने अपनी उपलब्धि से जिले का बड़ा नाम किया है।