सफल समाचार
शेर मोहम्मद
सडक दुर्घटनाओं में कमी लाये जाने के लिए सभी विभागों को कार्ययोजना बनाकर कार्य किए जाने का दिया गया निर्देश
यातायात नियमों के प्रति जन जागरुकता जरुरी, विद्यालयों में चलायें जागरुकता से जुडे कार्यक्रम
घायलों की मदद करने वालो को पुरस्कृत किए जाने का है प्राविधान
ऐसे लोगो से नही होगी अनावश्यक पूछताछ
घायलों को मदद करना मानवीय कार्य
यातायात नियमों की जानकारी व जागरुकता से रोकी जा सकती है दुर्घटना-सीडीओ
मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार ने सड़क दुर्घटनाओं को प्रभावी रुप से नियंत्रित किए जाने के लिए सभी जुडे विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करते हुए एहतियाती उपायों को अपनाये जाने व अन्य आवश्यक प्रबंधन सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि सड़क दुर्घटनाओं में कमी आये व जनहानि न हो, इसके लिए सभी को अपने दायित्वों को पूरी निष्ठा के साथ निभाने की आवश्यकता है।
मुख्य विकास अधिकारी ने आज कलक्ट्रेट सभागार में जनपदीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दुर्घटना की संभावना वाले ब्लैक स्पॉट्स पर ब्लिंकर्स, संकेतक इत्यादि अनिवार्य रूप से लगाया जाए। उन्होंने सडक सुरक्षा संबंधित गतिविधियों यथा- चालकों/परिचालको को प्रशिक्षित करना, माइक द्वारा प्रचार-प्रसार, प्रदूषण जॉच केन्द्रों एवं ड्राईविंग ट्रेनिंग स्कूलों का निरीक्षण, विद्यालय वैन के चालकों एवं निगम के चालको को प्रशिक्षित करना, हेल्थ कैम्प एवं नेत्र शिविर आदि कार्यक्रमों का आयोजन संबंधित विभाग प्रमुखता से सुनिश्चित करायें। यातायात नियमों की जानकारी ही दुर्घटना से बचाव व उसमें कमी लाने का प्रमुख कडी है। इसलिए विद्यालयों आदि में जागरुकता कार्यक्रम शिक्षा विभाग सुनिश्चित करायें, जिससे कि बच्चों आदि को जागरुक किया जा सके।
मुख्य विकास अधिकारी ने यह भी कहा कि जनपदीय परिवहन, पुलिस, यातायात पुलिस बिना हेलमेट व सीटबेल्ट, ओवर स्पीड, तीन सवारी तथा प्रेशरहॉर्न व मॉडिफायर साइलेन्सर आदि के विरुद्ध अभियान चलाकर कार्यवाही प्राथमिकता के साथ करें। सडक दुर्घटनाओं के कारणों की पहचान कर उसपर कार्रवाई की जाये। जनपद के दुर्घटना बाहुल्य जगह को ब्लैकस्पॉट के रुप में चिन्हित कर उस पर एहतियाती कार्रवाई भी अमल में लायी जाये। उन्होंने शहर में जाम की स्थिति से निजात के लिए भी आवश्यक कदम उठाये जाने के भी निर्देश देते हुए कहा कि बस स्टेशन के अन्दर ही बसे सवारियां भरें, इसे एआरएम सुनिश्चित करायें। राज्यमार्गो तथा मुख्यमार्गो पर सडक सुरक्षा संबंधित संकेतकों को भी अनिवार्यता के साथ लगाया जाये।
वर्तमान में जनपद में दुर्घटना की बहुलता वाले कुल 10 ब्लैक स्पॉट चिन्हित है। वर्ष 2022 में जनपद में कुल 299 सडक दुर्घटनाएं दर्ज की गई है जिनमें 141 लोगों की मृत्यु हुई और 200 व्यक्ति घायल हुए।
सडक दुर्घटना में घायलों की मदद करने वाले को किया जायेगा पुरस्कृत
मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि दुर्घटना में घायल को अस्पताल पहुंचाने वाले व्यक्ति(गुड सेमेरिटन) को सड़क सुरक्षा कोष से पांच हजार रुपये प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान है। यह राशि सड़क सुरक्षा कोष से आवंटित की जाती है। उन्होंने जनपद के गुड सेमेरिटनों को सम्मानित करने के साथ ही नागरिकों से सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों को अस्पताल पहुंचाने की अपील की, जिससे उनकी जान बचाई जा सके। उन्होंने कहा कि दुर्घटना में घायल व्यक्तियों को ऐच्छिक मदद करने वाले व्यक्तियों(गुड सेमेरिटन) के रक्षार्थ भारत सरकार द्वारा जारी अधिसूचना का अनुपालन अस्पताल व पुलिस विभाग द्वारा किया जाये, जिसमें ऐसे व्यक्तियों से अनावश्यक पूछताछ न करने के निर्देश दिए गए है। उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा कि दुर्घटना में घायलों की मदद करें, उनसे किसी भी प्रकार की पूछताछ इस अधिसूचना के प्रावधानों के अनुरुप नही होगी। साथ ही उन्हे प्रोत्साहन स्वरुप 05 हजार रुपए प्रदान किए जायेगें।
अपर जिलाधिकारी प्रशासन गौरव श्रीवास्तव ने नगर के नालों पर अतिक्रमण, पार्किंग की व्यवस्था आदि के संबंध में अधिशासी अधिकारी नगरपालिका रोहित को आवश्यक निर्देश दिया। अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण विभाग गोविन्द सागर वर्मा द्वारा सडक सुरक्षा के तहत किए गए कार्यो की प्रगति आख्या एजेन्डावार रखा गया।
बैठक जिला विद्यालय निरीक्षक विनोद कुमार राय, बीएसए हरिश्चंद्र नाथ, क्षेत्राधिकारी यातायात जिलाजीत, अधिशासी अभियंता पीडब्लूडी मनोज कुमार पाण्डेय, अधिशासी अभिंयता राष्ट्रीय राजमार्ग खण्ड देवरिया नूर मोहम्मद, सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक ओ0पी0 ओझा, एआरटीओ आशुतोष शुक्ला, जिला गन्ना अधिकारी आनंद कुमार शुक्ला आदि मौजूद रहे।