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आकाश राय
4 जनपदों चित्रकूट, भदोही, प्रतापगढ़ तथा प्रयागराज के युवा संसद हेतु नोडल जिला प्रयागराज में नेहरू युवा केंद्र प्रयागराज की ओर से जिला युवा संसद कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम जूम के माध्यम से आयोजित कराई गई। जिसमे प्रयागराज के जिला युवा अधिकारी जागृति पाण्डेय को नोडल प्रभारी बनाया गया। उनके निर्देशन में 3 अलग-अलग विषयों – कौशल विकास, सोशल मीडिया, स्वास्थ्य – युवाओं का एक एजेंडा जैसे विषयों पर बोलते हुए प्रतिभागियों ने अपने-अपने विचार रखे। प्रत्येक जिले के 2-2 विजेता फरवरी 2023 में आयोजित राज्य स्तरीय संसद प्रतियोगिता में प्रतिभाग करेंगे तथा राज्य स्तर के विजेता भारत के संसद भवन दिल्ली में प्रतिभाग करेंगे।
चारों जिलों से विजेता चयनित करने हेतु गठित निर्णायक मंडल सदस्य में कमलेश नारायण दुबे, सेवानिवृत्त उपनिदेशक नेहरू युवा केंद्र, डा ० एन बी सिंह, प्रोफेसर, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी, बृजेश प्रजापति , संपादक, यूथ कॉर्नर पत्रिका, श्री सौमिक , प्रोफेसर, फाइन आर्ट, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी, रविन्द्र सिंह, डायरेक्टर, न्यूरा सियूटिकल लिमिटेड मौजूद रहे। उन्होंने अंक प्रदान करते हुए मेरिट के आधार पर निर्णय दिया। वर्चुअल संसद के जिलेवार विजेता, प्रयागराज के प्रथम निर्मल कांत पांडे और. द्वितीय स्थान पर सत्यम शुक्ला रहे। चित्रकूट से प्रथम भानुजा मिश्रा और द्वितीय दामिनी मिश्रा, प्रतापगढ़ से प्रथम अपूर्वा सिंह और द्वितीय अक्षिता केसरवानी और भदोही से प्रथम गरिमा शुक्ला और द्वितीय रोज़ी बानो पर रहे।
इस कार्यक्रम में प्रयागराज के प्रतिभागी अभिनव पाण्डेय ने कहा कि युवाओं की ऊर्जा से भरे इस देश में सरकार को विभिन्न स्कीमों को कॉलेज , स्कूल स्तर पर कौशल विकास हेतु विभिन्न जागरूकता एवं प्रशिक्षणों हेतु बजट बढ़ाया जाना चाहिए तथा युवाओं को इस से भरपूर लाभ लेते हुए देश को आगे बढ़ाने में भूमिका निभानी चाहिए। वहीं सोशल मीडिया पर युवा संसद में बोलते हुए कोराओं के प्रशांत ने कहा कि सोशल मीडिया के अत्यधिक नकारात्मक इस्तेमाल हेतु सरकार को नीतिगत ठोस कदम उठाए जाने चाहिए। युवाओं को सोशल मीडिया प्लेटफार्म को अपने कौशल को दिखाने के लिए किया जाना चाहिएं। चित्रकूट से भानुजा मिश्रा का कहना है कि देश को ऐसी कार्ययोजनाओं की की अवश्यकता है जिससे धरातलीय रूप से युवाओं के क्षमताओं का संवर्धन किया जा सके।
भदोही जिले की गरिमा मौर्या के अनुसार देश के युवाओं को अपने कौशल में निरंतर विकास करते रहने की अवश्यकता है जिससे भारत उभरती अर्थव्यवस्था की चुनौतियों का सामना मजबूती से कर सके। ग्रामीण युवाओं पर विशेष केन्द्रण की आवश्यकता है