सफल समाचार
मयंक तिवारी
ज़िन्द के पिल्लूखेड़ा में एक सप्ताह पहले उत्तराखंड से लाई गई दुल्हन अपने ससुरालजनों को बेहोश कर फरार हो गई। दुल्हन ने योजना के तहत अपने परिजनों को बुलाया और लूट की वारदात को अंजाम देने की कोशिश की।
पिल्लूखेड़ा की महिला धनवंती ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह जींद की भटनागर कॉलोनी निवासी रमेश के साथ शादीशुदा है। वे चार भाई-बहन हैं। उनके भाई सुरेश ने तीन फरवरी को उत्तराखंड के उधमनगर के गांव किच्छा की गीता के साथ शादी की थी। वह भाई की शादी के बाद एक सप्ताह के लिये अपने मायके आई थीं। आठ फरवरी रात दस बजे एक कार में गीता की मां ओमवती, भाई लक्की और कार चालक मनोज आये। उन्होंने उन्हें अपने भाई सुरेश, पिता वेद सिंह और मां खजानी के कमरे में सुला दिया।
वह अपने चाचा इंद्र को मिलने के लिए चली गई। थोड़ी देर बाद जब घर वापस आई तो देखा कि उसका भाई सुरेश, माता खजानी और पिता वेद सिंह सो रहे थे। जबकि मेहमान दुल्हन समेत गायब थे। उसकी भाभी गीता उर्फ मीना कुमारी और उसके परिवार वाले घर के पीछे वाले कमरे में लूट को अंजाम देने की कोशिश कर रहे थे।
इस पर वह तुरंत अपने चाचा और पड़ोसियों को बुलाकर ले आई। इस बीच चारों अंधेरे का फायदा उठाकर गाड़ी छोड़कर भाग गए। उन्होंने अपने परिजनों को तुरंत उपचार के लिए नागरिक अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उनकी गंभीर हालत को देखते हुए पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया।
पिल्लूखेड़ा थाना प्रभारी हरिओम ने बताया कि पुलिस ने मौके पर जाकर मुआयना किया है। परिजनों के बयान लेकर पुलिस ने गीता उर्फ मीना कुमारी, लक्की, ओमवती और मनोज के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है