विश्वजीत राय
सफल समाचार कुशीनगर
नए जिला अस्पताल के लिए शहर में मिली 6 एकड़ से अधिक जमीन
जिला अस्पताल को कहीं और शिफ्ट करने के लिए जिला प्रशासन की ओर से जमीन की तलाश तेज कर दी गई है। अब तक जिला प्रशासन द्वारा सात जगहों पर जमीन का स्थलीय निरीक्षण किया जा चुका है।
इन सात जगहों में से एक पडरौना शहर का पुरुष एवं नेत्र चिकित्सालय व राजकीय महिला अस्पताल भी शामिल है। बुधवार को राजस्व टीम ने शहर के इस अस्पताल के जमीन की पैमाइश की। पैमाइश में दोनों अस्पतालों की जमीन को मिलाकर साढ़े चार एकड़ का रकबा निकला। जबकि ठीक बगल में स्थित जिला आबकारी अधिकारी के कार्यालय परिसर में खाली पड़े जमीनों की भी पैमाइश की गई। कुल मिलाकर यहां छह एकड़ से अधिक की जमीन पैमाइश में निकली है। राजस्व टीम शाम तक रिपोर्ट तैयार करने में जुटी रही। गुरुवार को यह रिपोर्ट डीएम को सौंप दी जाएगी, जिसके बाद डीएम के स्तर से पत्रावली तैयार कर शासन को भेजी जाएगी।
सदर विधायक मनीष जायसवाल मंटू ने बीते दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर बताया था कि कुशीनगर का जिला अस्पताल मौजूदा समय में मेडिकल कॉलेज में मर्ज हो चुका है। ऐसे में 40 लाख की आबादी के लिए कहीं और जिला अस्पताल को बनाया जाना आवश्यक है। विधायक के इस पत्र का सीएम ने संज्ञान लिया और शासन ने डीएम को पत्र भेजकर नए जिला अस्पताल के लिए पांच एकड़ जमीन की तलाश करने का निर्देश दिया। इस निर्देश के बाद जिला प्रशासन जमीनों की तलाश में जुट गया है। एसडीएम सदर
महात्मा सिंह ने पडरौना ब्लॉक के लक्ष्मीपुर, घोरघटिया, जंगल विशुनपुरा, भुजौली शुक्ल, ढोरही कृषि फार्म व पडरौना के पुरुष एवं नेत्र चिकित्सालय समेत कुल सात जगहों पर जमीन का स्थलीय निरीक्षण किया। मंगलवार को डीएम रमेश रंजन ने सीएमओ डॉ. सुरेश पटारिया समेत अन्य अफसरों के साथ इन सभी जगहों का निरीक्षण किया। बुधवार को डीएम के निर्देश पर राजस्व निरीक्षक योगेंद्र गुप्ता की अगुवाई में राजस्व टीम ने पडरौना के पुरुष एवं नेत्र चिकित्सालय, राजकीय महिला अस्पताल के जमीन की पैमाइश की। यहां दोनों अस्पतालों को मिलाकर साढ़े एकड़ जमीन निकली। जबकि ठीक बगल में स्थित जिला आबकारी अधिकारी के कार्यालय परिसर के जमीन की पैमाइश की गई, जिसे मिलाकर छह एकड़ से अधिक जमीन निकली है, जो जिला अस्पताल बनाने के लिए पर्याप्त है। राजस्व निरीक्षक योगेंद्र गुप्ता ने बताया कि जमीनों की पैमाइश की गई है। छह एकड़ से अधिक की जमीन पैमाइश में निकली है। इसकी रिपोर्ट तैयार की जा रही है, जिसे जल्द ही डीएम को सौंप दी जाएगी।
सीएचसी कुबेरस्थान से अटैच है पडरौना का पुरुष एवं नेत्र अस्पताल :
पडरौना। पडरौना शहर का एकमात्र सरकारी अस्पताल कुबेरस्थान सीएचसी से अटैच है। यह अस्पताल कभी जिला अस्पताल की भूमिका में था, लेकिन जब रविंद्रनगर में जिला अस्पताल के भवन का निर्माण हुआ तो यह अस्पताल भी उपेक्षा का शिकार हो गया। 30 बेड वाले इस अस्पताल को न तो पीएचसी का दर्जा है और न ही न्यू पीएचसी ही बनाया गया। पुरुष एवं नेत्र चिकित्सालय के नाम से संचालित होने वाला यह अस्पताल मौजूदा समय में पीपीसी के रूप में संचालित है। यहां तैनात डॉक्टर समेत अन्य स्वास्थ्यकर्मियों की सैलरी भी कुबेरस्थान सीएचसी से ही मिलती है।