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शेर मोहम्मद
देवरिया जिले में किशोरी की हत्या के मामले में पिता ने पुलिस के समक्ष जुर्म कबूल कर लिया है। उसने पत्नी सहित परिवार के अन्य सदस्यों को चादर चढ़ाने के लिए दरगाह भेजकर झूठी शान के लिए बेटी की उसके ही दुपट्टे से गला घोंटकर हत्या कर दी। शव को ठिकाने लगाने के लिए बालू के बोरे से बांधकर नदी में फेंक दिया था। बोरे में बालू पहले से ही भर कर रखा था। घर वालों को बेटी के लापता होने की कहानी बता दी। पुलिस ने केस में पिता को नामजद किया है। प्रेमी को क्लीनचिट दे दी है।
जानकारी के अनुसार, महुआडीह थानाक्षेत्र के एक गांव की किशोरी तीन से लापता थी। दो अप्रैल को उसका शव छोटी गंडक नदी में उतराता मिला था। शाम को पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जब पुलिस को पता चला कि किशोरी गर्भवती है और उसकी मौत दब घुटने से हुई है तो शक परिजनों और प्रेमी पर गहरा गया। अगले दिन तीन अप्रैल को किशोरी की मां, पिता, चाचा, चाची और प्रेमी सहित आठ लोगों को हिरासत में ले लिया।
देर शाम मां सहित अन्य महिलाओं को पुलिस ने छोड़ दिया, लेकिन प्रेमी, पिता और चाचा को हिरासत में रखा। इसके बाद मां की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया। मंगलवार की रात और बुधवार को दिनभर पुलिस पिता और प्रेमी से कड़ाई से पूछताछ करती रही। सूत्रों के अनुसार, पिता पहले मामले में अपनी संलिप्तता से इन्कार करता रहा। देर शाम जब पुलिस ने सख्ती की तो वह टूट गया और घटना की कहानी अपनी जुबानी बयां कर दी।
पिता ने पुलिस को बताया कि बेटी के गर्भवती होने की जानकारी उसे थी। इसकी चर्चा गांव में होने लगी थी। जब वह कहीं आता-जाता था तो लोग कानाफूंसी करते थे। तंज करते थे। इससे वह परेशान हो गया था। बताया कि एक दिन जब शाम को वह अपने मित्रों के साथ खा-पी रहा था तो दावत में मौजूद एक मित्र ने नशे की हालत में खुलेआम बेटी का प्रकरण उठा दिया। यह बात उसे बहुत बुरी लगी।
बताया कि वारदात की रात पत्नी और अन्य घरवाले दरगाह पर चादर चढ़ाने के लिए चले गए। इसी बीच उसके दिमाग में यह बात आई कि बेटी को रास्ते से हटा दिया जाए। इस कारण दुकान जल्दी बंद कर दिया। वहीं से बोरा खरीद लिया। घर पहुंचने से पहले नदी के किनारे गया और बोरे में बालू भरकर वहीं पर छिपा दिया।
रात में करीब 10 बजे वह किशोरी को लेकर घर से कुछ दूरी पर स्थित सुनसान जगह पर नदी के किनारे पहुंच गया। मौका पाकर किशोरी के दुपट्टे से उसका गला घोंट दिया। किशोरी चिल्लाई तो उसके मुंह पर हाथ रख दिया और जोर से गला दबा कर उसकी जान ले ली। मारने के बाद भी बेटी को एक-दो बार हिला-डुलाकर देखा। जब उसे लगा कि बेटी मर गई है तो लाश को बालू के बोरे में बांधकर नदी में फेंक दिया। दूसरे दिन जब मां और परिजन लौटे तो उन्हें झूठी कहानी बता दी कि वह कहीं चली गई है। उसे तलाशने के लिए पत्नी के साथ खुखुंदू सहित अन्य जगहों पर गया।
एएसपी राजेश कुमार सोनकर ने बताया कि फिलहाल तक वारदात को अंजाम देने में किशोरी के पिता का हाथ सामने आया है। उसने ही गला दबाकर हत्या की है। अन्य पहलुओं की जांच चल रही है। शुक्रवार को खुलासा किया जाएगा।