सफल समाचार अजीत सिंह
ओबरा तापीय परियोजना , दुसान कम्पनी , ट्राईगार्ड कम्पनी एवं श्रमिकों के मध्य हुए समझौते के उल्लंघन के विरोध में अक्रोशित मजदूर भारतीय संविदा श्रमिक संगठन के नेतृत्व में ओबरा सी परियोजना गेट अम्बेडकर चौराहा पर श्रमिक अनिल, वीरेंदर, गोविन्द,अखिलेश,उपेन्द्र को मजदूर नेता नागेन्द्र प्रताप चौहान, मणिशंकर पाठक,नवाज खान ने माल्यार्पण कर श्रमिकों के समस्त अदेय पावनों का दो दिनों के भीतर भुगतान हो, उन्हें पुन: ओबरा सी परियोजना ने नियोजित कर कार्य पर रखा जाये, इन्ही निम्न मुख्य मांगों को लेकर क्रमिक धरने पर बैठाया, अपर श्रमायुक्त द्वारा बकाया भुगतान को लेकर बार-बार दिए जा रहे झूठे आश्वासन के खिलाफ मजदूरों ने जमकर किया नारे बाजी, तीन माह से श्रमिक अपने बकाया वेतन कि मांग को लेकर दर-दर भटक रहे है, जिला एवं परियोजना प्रशासन को अवगत कराने के पश्चात् भी श्रमिकों का भुगतान नहीं हो पाया, जिसके कारण श्रमिक धरने पर बैठ गए I परियोजना प्रशासन ने अभी तक श्रमिकों को बकाया भुगतान सम्बन्धित कोई भी आश्वासन नहीं दिया, जिसे लेकर श्रमिकों में भारी रोष व्याप्त है, संगठन के महामंत्री एवं मजदूर नेता नागेन्द्र प्रताप चौहान ने कहा कि, दुसान कम्पनी में काम कर के मजदूरी मांगना अपराध हो गया है I ट्राईगार्ड कम्पनी को अप्रैल माह में दुसान कम्पनी द्वारा लाखों रुपयों का भुगतान किया गया था, यह दुसान कम्पनी कि नैतिक जिम्मेदारी थी की वे ये सुनिश्चित करे की कम्पनी द्वारा अपने श्रमिकों के बकाया वेतन का भुगतान किया या नहीं? ट्राईगार्ड कम्पनी द्वारा भुगतान प्राप्त करने के पश्चात् अपने श्रमिकों के बकाया वेतन का जान बुझ कर भुगतान नहीं किया गया, दोनों कम्पनियों के बीच आर्थिक विवाद का खामियाजा मजदूर दर-दर भटक कर चूका रहा है एवं उसका परिवार भूखों मरने के कागार पर पहुँच चूका है, श्रमिक अपने बच्चों का नाम भी नहीं लिखवा पा रहे है, दूसान की भ्रष्टाचारी नीति के कारण ही ओबरा सी परियोजना में औद्योगिक विवाद कि स्थिति उत्त्पन्न चुकी है और औद्योगिक अशांति का कारण बन रही है, दुसान कम्पनी अपने सभी ठेकेदारों एवं कम्पनियों से यह लिखित में ले कि, यदि वे किसी भी तरह से किसी भी श्रमिक का बकाया भुगतान करने में असमर्थ होती है तो, दुसान कम्पनी को यह अधिकार होगा कि, वे श्रमिक का समस्त बकाया भुगतान करेगी और धनराशी उसके बिल से समायोजित करेगी जिसपे कम्पनी को कोई आपत्ति नहीं होगी I इसी क्रम में संगठन के अध्यक्ष मणि शंकर पाठक ने कहा कि, दुसान कम्पनी श्रमिकों का बकाया पैसा हड़पने के उद्देश्य से उन्हें भुगतान ना देकर हतास एवं निराश करती है जिससे कि वे अपना पैसा छोड़ कर चला जाये और कम्पनी उसे हड़प ले I इसी क्रम में गरीब नवाज ने कहा कि,मजदूरी ना देने वाली दुसान कम्पनी को परियोजना ब्लैकलिस्ट करे,जिससे कि वे फिर कभी इस परियोजना में कार्य ना कर सके,मजदूरों की इस दयनीय परिस्थिती की जिम्मेदार कोरियन कम्पनी है, कम्पनियों द्वारा मजदूरों के शोषण की रोज नई-नई इबारतें लिखी जा रही है, इस दौरान धरना प्रदर्शन में श्रमिक लालबहादुर ,सुरेन्द्र,वीरेंदर,राजू,बेचू ,अनिल,रामू एवं अन्य श्रमिक उपस्थित रहे I