सफल समाचार
प्रवीण शाही
प्रगति और प्रतिस्पर्धा के इस युग मे भी भूत प्रेत का अंधविश्वास और डायन बोलकर किसी के साथ अमानवीय ब्यवहार करना अत्यंत ही खेदजनक और निंदनीय है लेकिन उससे भी निंदनीय यह है कि शिकायत के बाद पुलिस के लोग दोषियों पर कार्रवाई करने के बजाय पीड़िता पर दबाव डालकर मामले को जबरिया समझौता करा दिया गया।एक तरफ जनपद के पुलिस कप्तान पूरे मनोयोग से गरीब,कमजोर और पीड़ित को न्याय दिलाने के लिये वह हर सम्भव कार्य कर रहे है जो आवश्यक है वहीं उनके कुछ ऐसे मातहत है तो उनके मंशा को दरकिनार कर पीड़िता को न्याय दिलाने के बजाय उसपर दबाव डालकर मामले को दबाने का शर्मनाक कार्य किया जा रहा है। यह मामला कोइन्दी बुजुर्ग का है जहां पर एक विधवा महिला तारामती पत्नी मैनेजर को उसके सगे पट्टीदारों ने डायन होने का आरोप लगाते हुए बुरी तरह से पीटा और अधमरा कर छोड़ दिया।पीड़िता के अनुसार उसके एक पट्टीदार का भाई जहर खाकर कुछ दिन पहले मर गया था उसी मामले में डायन का आरोप लगाकर पट्टीदार लोगो ने उसे बेरहमी से पीटा।इस मामले में पीड़ित द्वारा पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई तो कल तमकुहीराज पुलिस चौकी में बैठाकर जबरिया उससे सुलह करा लिया गया यह आरोप पीड़ित महिला लगा रही है।इस मामले में चौकी प्रभारी से पूछा गया तो उनका कहना है कि यह मामला उनके संज्ञान में नही है इतना गंभीर मामला चौकी प्रभारी के संज्ञान में नही है तो क्यो नही है और उनको ओवरलुक कर किस पुलिसकर्मी ने जबरिया सुलह करा दिया यह जांच का विषय है और जब यह प्रकरण तेज तर्रार और ईमानदार पुलिस कप्तान के कानो तक जाएगी तो निश्चित रूप से जांच कराकर वह दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही करेंगे ऐसी उम्मीद आम लोगो को है।