सफल समाचार
प्रवीण शाही
जनपद के सख्त और ईमानदार पुलिस कप्तान लापरवाही और भ्र्ष्टाचार के मामले मे अपने मातहतो पर लगातार कार्रवाई कर इस बात का कड़ा संदेश दे रहे है की वह किसी भी दशा मे गलत करने वालो को क्षमा नहीं करने वाले है लेकिन इसके बावजूद कुछ मनबढ़ मातहत ऐसे है की वह अपने आदत से बाज नहीं आ रहे है। कल रात बरवापट्टी थाना से मात्र 600 मीटर दूर एक लगजरी गाडी मे भरकर ले जाई जा रही शराब को ग्रामीणों ने उस समय पकड़ लिया जब वह शराब को नाव के माध्यम से बिहार भेजनें के लिए जा रहा था।ग्रामीणों ने मौके का बीडीओ बनाना शुरू किया तो उस दौरान चालक ने वाहन स्वामी या कही और इस बात की जानकारी दे रहा था की ग्रामीणों ने गाडी को पकड़ लिया है। ड्राइवर द्वारा दी जा रही जानकारी पर दूसरे तरफ से यह आवाज़ आयी की अंगद को बता दो तो ड्राइवर बोला का अंगद का नंबर नहीं लग रहा है। ग्रामीणों की माने तो अंगद और कोई नहीं बल्कि बरवापट्टी थाने पर तैनात सिपाही है जो थानाध्यक्ष का कारखास है अगर सच मे अंगद थाने का सिपाही hi है तो फिर इस बात मे कोई संदेह नहीं की थाने के जिम्मेदार लोगो के सह पर hi यह धंधा परवान चढ़ रहा है।चर्चा के अनुसार बीडीओ मे अंगद नामक सिपाही की संलिप्तता का खुलासा हो चूका है जो थानाध्यक्ष महोदय के लिए धन उगाही का जिम्मेदारी संभाले बैठा है।जहां तक थानाध्यक्ष की कार्यशैली का सवाल है तो पत्रकारों द्वारा सवाल पूछे जाने पर वह इस तरह से पेश आते है जैसे वह लोग अत्यंत तुच्छ हो और कारनामें देखिये जो यह बताने के लिए काफी है की उनके थाना क्षेत्र मे क्या कुछ चल रहा है। ग्रामीणों के अनुसार सुचना दिए जाने के बाद लगभग एक घंटे मे मुकामी पुलिस मौके पर पहुंची थी जो थाने से महज 600 मिटर की दुरी पर था तब तक कुछ शराब अनलोड कर नाव के सहारे नदी उस पार पहुंचा दिया गया था ऐसा ग्रामीण दावा कर रहे है । लगभग एक साल पहले इसी थाने मे कप्तान धवल जयसवाल ने बालू तस्करी मे संलिप्तता साबित होने पर यहां के तत्कालीन थानाध्यक्ष और पुलिसकर्मियों के ऊपर मुकदमा दर्ज करा कर उन्हें निलंबित किया गया था लेकिन इसके बावजूद पुलिसकर्मी सबक लेने को तैयार नहीं और खाकी की साख पर बट्टा लगाकर अनैतिक कार्यों मे संलिप्त होकर उसे बढ़ावा दे रहे है।इस मामले मे जांचोपरान्त दोषी पाए जाने पर संलिप्त पुलिसकार्मियों पर कार्यवाही होना तय माना जा रहा है।