मृतक सुशील बीते चार जुलाई को कच्चा माल लेने के लिए अयोध्या गए थे। बुधवार से ही उनका मोबाइल नंबर बंद आ रहा था। इस मामले में रिश्तेदार ने गोरखनाथ थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी।

उत्तर प्रदेश गोरखपुर

सफल समाचार 
सुनीता राय 

गोरखनाथ इलाके के हुमायूंपुर निवासी बिस्किट व्यापारी सुशील कुमार वाधवानी (52) की लाश शुक्रवार की देर शाम लखनऊ के गौतमपल्ली थाना क्षेत्र में गोमती नदी (जियामऊ इलाका) में मिली। शनिवार को पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। पीएम रिपोर्ट में डूबने से मौत की पुष्टि हुई और सिर पर चोट का एक निशान मिला। परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। पुलिस, हत्या और खुदकुशी के बिंदु पर तफ्तीश कर रही है।

बताया जा रहा है कि सुशील बीते चार जुलाई को कच्चा माल लेने के लिए अयोध्या गए थे। बुधवार से ही उनका मोबाइल नंबर बंद आ रहा था। इस मामले में रिश्तेदार ने गोरखनाथ थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। जानकारी के मुताबिक, बिहार के मूल निवासी सुशील कुमार हुमायूंपुर उत्तरी, हीरवानी गली के पास किराए के मकान में पत्नी और दो बच्चों के साथ रहते थे। चार जुलाई को वह घर से अयोध्या, बिस्किट का कच्चा माल लेने निकले थे। इसके बाद बुधवार रात में आखिरी बार उनकी घरवालों से बातचीत हुई थी। इसके बाद सुशील का मोबाइल फोन बंद हो गया। परिजनों ने काफी खोजबीन की, लेकिन जानकारी नहीं मिल पाई।

परिजनों ने पांच जुलाई को गोरखनाथ थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। पुलिस केस दर्ज कर मोबाइल लोकेशन व अन्य स्रोतों से जांच कर रही थी कि शुक्रवार को गोमती नदी में शव मिलने की जानकारी हुई। आधार कार्ड के जरिये सुशील की पहचान हुई। पुलिस की सूचना पर सुशील के परिजन राजधानी पहुंचे। पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर शव सुपुर्द किया। रिश्तेदार अज्जू ने बताया कि वह कितने रुपये लेकर गए थे और क्या मामला है, इसकी कोई जानकारी नहीं हो पाई है। कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि घर से अयोध्या के लिए निकले थे तो लखनऊ क्यों पहुंच गए।

किसी ने नदी में फेंका या कूदे

गौतमपल्ली इंस्पेक्टर रिकेश सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से स्पष्ट हुआ कि डूबने से सुशील की मौत हुई। सिर पर एक चोट भी मिली है। तफ्तीश की जा रही है कि किसी ने सुशील को नदी में फेंक दिया या वह कूद गए। हालांकि अभी तक परिजनों ने तहरीर नहीं दी है।

सुसाइड नहीं कर सकते, किसी ने लूटा और फेंक दिया
लखनऊ के आलमबाग निवासी सुशील के साले अंकित ने कहा कि सुशील का व्यापार अच्छा चल रहा था। न ही कोई और बात हुई थी। ऐसे में सुसाइड का सवाल ही नहीं उठता। अंकित ने आशंका जताते हुए कहा कि किसी ने सुशील को लूटकर पीटा और नदी में फेंक दिया। पुलिस सुशील के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल खंगाल रही है।

गोरखनाथ थाने में गुमशुदगी दर्ज की गई थी। अभी परिजनों ने कोई तहरीर नहीं दी है। लखनऊ पुलिस से तालमेल बैठाकर आगे की कार्रवाई की जाएगी। -रत्नेश सिंह, सीओ गोरखनाथ

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