डीएफओ विकास यादव ने कहा कि सांप पकड़ने के लिए वन विभाग के पास तीन लोगों की टीम है। इसके बदले रुपये मांगना गलत है। किसने मांगा और क्यों, इसकी जांच करवाएंगे।

उत्तर प्रदेश गोरखपुर

सफल समाचार 
सुनीता राय 

गोरखपुर शहर के तारामंडल इलाके में रविवार की देर शाम एक अधिवक्ता के घर में धामिन सांप निकलने से अफरा-तफरी मच गई। घरवालों ने पहले तो सीढ़ी के नीचे छिपे सांप के खुद निकलने का इंतजार किया, नहीं निकला तो वन विभाग को सूचना दी। वन विभाग के अफसरों ने बाली सिंह नाम के एक युवक को भेजा। उसने थोड़ी देर में सांप को पकड़ लिया और साथ ले गया। इसके लिए मकान मालिक को उसे 1500 रुपये देने पड़े।

दीवानी कचहरी में वरिष्ठ अधिवक्ता अशोक दुबे का तारामंडल इलाके में मकान है। शाम को परिवार के बच्चे, घर के बाहर खेल रहे थे। इसी बीच रात आठ बजे के करीब बच्चों को घर में सांप घुसता नजर आया। बच्चों ने शाेर मचाया तो परिजन एकत्र हो गए। इसी बीच सांप, सीढ़ी के नीचे छिप गया। मोहल्ले के लोग भी जुट गए। करीब एक घंटे तक इंतजार के बाद भी सांप सीढ़ी के बाहर नहीं आया। इसके बाद अधिवक्ता के सहयोगी सुभाष शुक्ला ने वन विभाग को सूचना देने की सलाह दी।

अधिवक्ता ने वन विभाग के किसी अफसर को फोन किया। दूसरी तरफ से असमर्थता जताते हुए खुद के लखनऊ में होने की बात कही गई। हालांकि उन्होंने किसी दूसरे अफसर या कर्मचारी का मोबाइल नंबर दिया। उसपर फोन किया गया तो गोला में होने और जल्द किसी को भेजने की की जानकारी दी। करीब 9.30 बजे के बीच ककराखोर इलाके से बाली सिंह नाम के युवक को भेजा गया। करीब पंद्रह से बीस मिनट की मशक्कत के बाद वह सांप को पकड़कर बाहर ले आया।

तीन हजार दीजिए, सांप पकड़ने का यही शुल्क है

सांप पकड़ने आए बाली सिंह ने अधिवक्ता से सांप पकड़ने के बदले तीन हजार रुपये की मांग की। इतनी रकम मांगने पर उन्होंने पूछा तो उसने बताया कि विभाग में लिखा-पढ़ी में इतने ही रुपये जमा होते हैं।

डीएफओ विकास यादव ने कहा कि सांप पकड़ने के लिए वन विभाग के पास तीन लोगों की टीम है। इसके बदले रुपये मांगना गलत है। किसने मांगा और क्यों, इसकी जांच करवाएंगे। सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर जाती है और निशुल्क सांप पकड़ती है। टीम कहीं व्यस्त है तो प्राइवेट में दूसरे लोगों को भेजा जाता है। वे 300 से 400 रुपये आने-जाने का खर्चा लेते हैं। अगर इतने ज्यादा रुपये मांगे गए हैं, तो यह गलत है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *