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आकाश राय
प्रयागराज । प्रयागराज जंक्शन पर जहर खुरानी का शिकार होने के बाद स्वरुप रानी नेहरु चिकित्सालय पहुंचे नेपाली युवक को आज नेपाली समाज के लोगों ने पुलिस के माध्यम से अस्पताल से डिस्चार्ज कर आया और अपने पैसे एवम् व्यवस्था के बल पर उसे उसके घर नेपाल भेजा। इस प्रक्रिया में एक समाज सेवी ने अहम भूमिका निभाई।
प्रयागराज जंक्शन के बाहर 30 जून 2023 को एक युवक अचेत अवस्था में पड़ा मिला था। सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने उसके पास मिले डॉक्यूमेंट के आधार पर उसकी पहचान हरिदेव (34) पुत्र रामकिशन निवासी वार्ड नंबर 5 गर्जना, नगर पालिका तिरहा, नेपाल के रूप में की। स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में इलाज के दौरान उसे होश आया तो उसने बताया कि वह अपने सात साथियों के साथ भारत आया था। यहां वह बिहार से ट्रेन पकड़कर अहमदाबाद, गुजरात नौकरी की तलाश में जा रहा था।
ट्रेन प्रयागराज होकर जा रही थी। प्रयागराज जंक्शन पर वह कुछ खाने पीने के लिए उतरा था। वहीं पर उसे कुछ नशीला पदार्थ खिला दिया गया। जिससे उसे चक्कर आने लगा। उसके बाद उसे कुछ नहीं याद। सिविल लाइंस पुलिस ने उसे अचेतावस्था में स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में भर्ती कराया था। उसके घर का कुछ पता नहीं चल पा रहा था। जिसकी वजह से चौकी इंचार्ज स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय संजय गुप्ता ने अज्ञात गुमशुदा तलाश ग्रुप एडमिन एवं समाजसेवी मोहम्मद आरिफ से संपर्क किया।
मोहम्मद आरिफ ने अपने संपर्क के माध्यम से प्रयागराज नेपाली समाज के केंद्रीय उपाध्यक्ष खीमानंद नेवपाने को इस बारे में बताया। 9 जुलाई 2023 को खीमानंद नेवपाने , ओम बहादुर और रोहित राणा अपने साथियों के साथ स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय पहुंचे। वहां चौकी प्रभारी संजय गुप्ता और समाजसेवी मोहम्मद आरिफ की मौजूदगी में पूरी लिखा पढ़ी की प्रक्रिया करके हरिदेव को उसे उसके घर पहुंचाने के लिए अस्पताल से डिस्चार्ज करा कर ले गए। इस दौरान नेपाली समाज के लोगों ने समाजसेवी मोहम्मद आरिफ एवं चौकी प्रभारी संजय गुप्ता की प्रशंसा भी की।