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मनमोहन राय
ज्योतिषाचार्य ओम प्रकाश शास्त्री के अनुसार 14 जुलाई को 7:18 बजे से त्रयोदशी तिथि का आरंभ होगा और 15 जुलाई को रात को 8: 33 बजे तक रहेगी। इसके बाद चतुर्दशी तिथि आरंभ होगी। महाशिवरात्रि का अभिषेक करना चाहते हैं तो निशीथ काल में करना शुभ रहेगा। रात 12-07 से 12:48 बजे तक रहेगा।
श्रावण शिवरात्रि के पर्व पर शुक्रवार की आधीरात के बाद से भद्रेश्वरनाथ में जलाभिषेक शुरू हो जाएगा। आराध्य देवाधिदेव महादेव का अभिषेक करने को आतुर शिवभक्तों का रेला भद्रेश्वरनाथ मंदिर की तरफ धीरे-धीरे बढ़ रहा है। अयोध्या के नए घाट से भद्रेश्वरनाथ तक कांवड़ियों का जत्था देखकर ऐसा लग रहा मानो गेरुआ रंग के फूलों की लड़ी बन गई हो।
हाईवे पर नाचते-गाते, जयकारा लगाते हुए कांवड़िए जल्द से जल्द शिवधाम पहुंचने को आतुर दिख रहे हैं। करीब 20 हजार कांवड़िए बृहस्पतिवार को शाम तक भद्रेश्वरनाथ मंदिर परिसर में पहुंच चुके हैं। बृहस्पतिवार को सबसे ज्यादा भीड़ महराजगंज तक दिखी, जो लगातार आगे बढ़ रही थी।
अनुमान है कि इस बार साढ़े पांच लाख कांवड़ यात्री भद्रेश्वरनाथ मंदिर में जलाभिषेक करने पहुंचेंगे। पिछले वर्ष उनकी तादाद करीब साढ़े चार लाख थी। व्यवस्था से जुड़े लोगों का कहना है कि शुक्रवार को दोपहर बाद तक ज्यादातर कांवड़िए अमहट घाट से डारीडीहा के इर्दगिर्द पहुंच चुके होंगे।
कांवड़ियों के रास्ते में उनकी सुविधा के मद्देनजर अभूतपूर्व इंतजाम देखे गए। इसमें प्रशासनिक तंत्र से ज्यादा समाजसेवियों की भागीदारी दिख रही है। हालांकि प्रशासन और पुलिस की तरफ से पुष्पवर्षा, भोजन-नाश्ता, चिकित्सा और विश्राम की बेहतर व्यवस्था की गई है।
कड़ी सुरक्षा में होगा जलाभिषेक