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मनमोहन राय
एटीएस की गिरफ्त में आया गोण्डा निवासी संदिग्ध आतंकी सद्दाम शेख पहले हिंदू था। विगत दो जुलाई को गिरफ्तार सद्दाम की रिमांड में खुलासा हुआ है कि वह 20 साल पहले पिता की पिटाई के बाद मुंबई भाग गया था। बाद में बेंगलुरू में ट्रक चलाने लगा। तीन वर्ष पूर्व वह अपनी पत्नी के प्रेमी और उसके परिवार वालों को मारने के लिए हथियारों का बंदोबस्त भी कर रहा था। एटीएस को प्रमाण मिले हैं कि उससे कुछ पाकिस्तानी आतंकियों ने संपर्क भी साधा था।
यूपी एटीएस की पूछताछ में खुलासा हुआ है कि गोंडा जिले के तरबगंज के बंसेडी गांव का रहने वाले रंजीत सिंह पुत्र भगवान सिंह का वर्ष 1999 में उसके मित्र आसिफ के पिता ने धर्म परिवर्तन कराया था। उसके पिता ने जब चोरी करने पर उसे पीटा तो वह भागकर मुंबई चला गया, जहां उसने एक मुस्लिम परिवार के पास पनाह ली थी।
धर्म परिवर्तन के बाद सद्दाम शेख बने रंजीत ने बेंगलुरू की एक कंपनी में ट्रक चलाने का काम भी किया। तीन साल पहले वह अलकायदा से प्रभावित होकर खुद को जेहादी और मुजाहिदीन बताने लगा। उसने अपनी पहचान छिपाकर सैयदा मरियम और सैयदा माहिरा के नाम से फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाया और जेहादी साहित्य पोस्ट करके आतंकियों के संपर्क में आने का प्रयास करने लगा। जांच में सामने आया है कि उससे कुछ पाकिस्तानी आतंकियों ने संपर्क भी साधा था। पूछताछ में उसने कबूला कि उसने एक मुस्लिम महिला से शादी की थी। अपनी पत्नी के दूसरे युवक के साथ संबंधों की जानकारी होने पर वह गुस्से में युवक और उसके परिवार की हत्या करने के लिए हथियारों का बंदोबस्त कर रहा था।
आईएमओ पर भी बनाई थी आईडी
जांच में सामने आया कि उसने आईएमओ ग्रुप परअपना नाम हिजबुल मुजाहिदीन सद्दाम रखा था। वह बंगलुरु में धार्मिक आयोजन के दौरान ट्रक से लोगों रौंदने के लिए लोन वुल्फ अटैक की प्लानिंग रच रहा था। उसने सिराजुद्दीन हक्कानी और बाबरी मस्जिद तोड़ने के वीडियो भी पोस्ट किए थे। साथ ही, ओसामा बिन लादेन के फोटो, आतंकी ट्रेनिंग के वीडियाे डाउनलोड किए थे।