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विश्वजीत राय
सदर तहसील सभागार में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में आए कुल 29 मामले, छह का हुआ निस्तारण
पडरौना। सदर तहसील क्षेत्र के बसहिया बनवीरपुर गांव की निवासी किसमावती देवी ने संपूर्ण समाधान दिवस में कहा कि खेत बैनामा ली हूं, लेकिन उसका खारिज दाखिल नहीं हो रहा है। कई साल से दौड़ रही हूं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। इसको गंभीरता से लेते हुए सदर एसडीएम ने रजिस्ट्रार कानूनगो को जांच कर कार्रवाई की मांग की।
सदर तहसीलदार सुमित सिंह ने बताया कि शनिवार को आयोजित समाधान दिवस में राजस्व के 21 मामले दर्ज हुए। इसमें से छह मामले तत्काल निस्तारित कर दिए गए। इसी तरह विकास के दो, पुलिस के पांच और अन्य एक मामले पंजीकृत हुए, जिसमें से एक भी मामले निस्तारित नहीं हुए। इन सभी शिकायतों को शीघ्र निस्तारण के निर्देश के साथ संबंधित विभाग में भेज दिया गया।
कप्तानगंज तहसील सभागार में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन एसडीएम व्यास नारायण उमराव और तहसीलदार कृष्ण गोपाल त्रिपाठी की मौजूदगी में आयोजित हुआ। इसमें राजस्व के नौ, पुलिस के पांच, विकास के तीन और अन्य विभागों के तीन मामले पंजीकृत हुए। इसमें से राजस्व के पांच मामले निस्तारित किए गए।
इस दौरान नायब तहसीलदार कुंदन वर्मा, सप्लाई इंस्पेक्टर बीएन सिंह, मारकंडे गुप्ता, आशुतोष कुमार, उमेश शाही, राहुल दीक्षित, जितेंद्र यादव, मनीषा सिंह आदि मौजूद रहे।
तहसील क्षेत्र की ग्राम सभा लाला छपरा निवासी पिंटू ने बताया कि साहब दूसरी बार तहसील दिवस में आया हूं। राशन कार्ड के लिए पात्र हूं, लेकिन लेखपाल की गलत रिपोर्ट के कारण मेरा अभी तक राशन कार्ड नहीं बन पाया है। ग्राम सभा मुड़ेरा लाला निवासी वाल्मीकि उर्फ सोनू ने बताया कि संपूर्ण समाधान दिवस में तीसरी बार आया हूं। जिस जमीन पर रहता हूं। वह 30 वर्षों से मेरे कब्जे में है, लेकिन गांव के ही एक व्यक्ति जबरिया कब्जा हटाने को लेकर लगातार परेशान कर रहे हैं।
मछुआ संघ के तहसील अध्यक्ष राजेश साहनी ने कहा कि देवकली उर्फ चकिया में गाटा संख्या 119 और 120 पोखरी है। इस पर कुछ लोगों ने अतिक्रमण कर लिया है। ग्रामसभा होलिया निवासी सच्चिदानंद सिंह बताया कि आठवीं बार तहसील दिवस में आया हूं। गांव के कुछ लोग खलिहान की जमीन पर कब्जा कर लिए हैं। इसे खाली कराने के लिए प्रशासन की तरफ से कार्रवाई नहीं जा रहा है।
खड्डा प्रतिनिधि के अनुसार एसडीएम आशुतोष की अध्यक्षता में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन हुआ। इसमें कुल 43 मामले दर्ज हुए, जिसमें से पांच मामले का निस्तारण किया गया। रामपुर गोनहा गांव निवासी नथुनी ने पट्टा की जमीन पर कब्जा दिलाने की मांग की। भुजौली बाजार निवासी रमेश कुमार ने बैरागी पट्टी गांव स्थित बंजर भूमि से कब्जा हटाने की मांग की। सिसवा गोपाल गांव की राजवंती देवी की शिकायत थी कि बार-बार प्रार्थना पत्र देने के बावजूद परिवार रजिस्टर में नाम नहीं दर्ज हो रहा है। खैरी गांव की रसिदनी देवी ने काश्तकारी जमीन में पोखरा खुदाई रोकने की मांग की। गेठियहवा गांव की धुरपति देवी ने पैमाइश की मांग की। रामनगर गांव के मुन्नी प्रसाद ने पट्टा जमीन की पैमाइश की मांग की। लखुआ लखुई गांव के प्रधान ने गांव के नाले पर हुए अतिक्रमण हटाने की मांग की।
कसया प्रतिनिधि के अनुसार तहसील सभागार में संपूर्ण समाधान दिवस एएसपी रितेश सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। इसमें कुल 24 मामले दर्ज हुए, जिसमें से तीन शिकायतों का मौके पर निस्तारण किया गया। चौरा खास थाना क्षेत्र के करजही निवासी परमहंस पांडेय ने कहा कि साहब बीते चार माह से दौड़ रहा हूं। एक पक्षीय आदेश के बाद भी कायमी प्रार्थना पत्र दिया हूं। लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। चंद्रिका ने कहा कि धारा 24 के तहत पथलनसब हो चुका है, लेकिन जमीन पर कब्जा नहीं मिल पा रहा है। विरोधी पत्थर उखाड़ कर फेंक दिए हैं।
इस दौरान तहसीलदार नरेंद्र राम, नायब तहसीलदार शैलेष सिंह, ब्रजेश मणि, अरविंद पति त्रिपाठी, नीलेश रंजन राव, राजन मिश्रा आदि मौजूद रहे।