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विश्वजीत राय
विशुनपुरा सीएचसी पर हुआ इलाज, कार्रवाई के बाद भागे प्रबंधक
पडरौना। कमरे में बंदकर छात्र-छात्रा की पिटाई करने वाले स्कूल प्रबंधक और शिक्षिका पर कोतवाली पुलिस ने केस दर्ज कर लिया। पुलिस की कार्रवाई के बाद स्कूल प्रशासन में खलबली मच गई है। इन बच्चों का बाल कल्याण समिति में बयान भी हुआ।
नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के अकबरपुर गांव निवासी अशोक यादव का नौ वर्षीय बेटा आशुतोष और 10 वर्षीय बेटी दिव्या शहर के अंबे चौक के पास स्टेफिन एकेडमी में पढ़ते हैं। परिजनों का आरोप है कि क्लास के दौरान 20 जुलाई को शिक्षिका आशुतोष की पिटाई कर रही थी। दिव्या ने इसका विरोध किया तो शिक्षिका ने प्रबंधक को बुलाया।
प्रबंधक ने कमरे में बंदकर आशुतोष और दिव्या को बेरहमी से पीटा। घर बताने पर कड़ी सजा देने की बात कहकर डराया। घर पहुंचे दोनों बच्चों के शरीर पर चोट के निशान देखकर परिजन विशुनपुरा सीएचसी पर ले गए, जहां इलाज हुआ। इसकी शिकायत अशोक ने पडरौना कोतवाली पुलिस से की।
पुलिस ने स्कूल प्रबंधक अरविंद गुप्ता और शिक्षिका पर मारपीट एवं प्राणघातक हमले का केस दर्ज किया है। इंस्पेक्टर राजप्रकाश सिंह ने बताया कि केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश की जा रही है।
बीईओ ने दर्ज किया छात्र का बयान
शहर के अंबे चौक पर स्टेफिन एकेडमी में छात्र-छात्रा की पिटाई के मामले में बेसिक शिक्षा विभाग ने खामोशी की चादर ओढ़ ली थी। उच्चाधिकारियों तक मामला पहुंचा तो शनिवार को सदर बीईओ पंकज कुमार सिंह ने बच्चों का बयान दर्ज किया। इसके अलावा बाल संरक्षण विभाग तथा सीडब्ल्यूसी के सदस्यों ने भी छात्र का बयान दर्ज किया।