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सुनीता राय
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में अगले माह सुपर स्पेशियलिटी सेवा की शुरुआत होगी। इसके लिए एम्स को एक न्यूरो मेडिसिन और गैस्ट्रोलॉजी के डॉक्टर मिल गए हैं। इसके अलावा कार्डियोलॉजी, प्लास्टिक सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, नेफ्रोलॉजी जैसे विभागों के डॉक्टर अगले माह मिल जाएंगे।
एम्स में अभी 18 से अधिक विभागों की ओपीडी चलाई जा रही है। प्रतिदिन दो हजार से 2200 मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं। जनरल सर्जरी, नेत्र रोग, कैंसर और स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में छोटी सर्जरी भी शुरू की गई है। लेकिन, अभी सुपर स्पेशियलिटी सेवा नहीं शुरू हुई है। जबकि, हर दिन 300 से 400 मरीज यह सोचकर आते हैं कि उन्हें विशेषज्ञ डॉक्टरों से इलाज मिल जाएगा।
मजबूरी में इन मरीजों को बीआरडी मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशियलिटी में रेफर कर दिया जाता है। मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशियलिटी के अलग-अलग विभागों में 100 से 150 मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। इसे देखते हुए एम्स प्रशासन ने 80 डॉक्टरों के पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की है। इसमें न्यूरो मेडिसिन में एक डॉक्टर मिल गए हैं। जबकि, सामान्य विभागों में करीब 15 से 20 नए डॉक्टर मिले हैं।
अब अगले माह से न्यूरो सर्जरी, नेफ्रोलॉजी, कार्डियोलॉजी, प्लास्टिक सर्जरी, अंकोलॉजी जैसे पदों पर नियुक्ति हो जाएगी। इसके बाद से सुपर स्पेशियलिटी सेवा शुरू कर दी जाएगी। इसमें पर एम्स की गवर्निंग बॉडी से अनुमति भी मिल चुकी है।