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विश्वजीत राय
डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप, छानबीन में जुटी हाटा पुलिस
नगर के एक निजी अस्पताल में रात को गर्भवती का हुआ था ऑपरेशन
हाटा। निजी अस्पताल में गर्भवती का ऑपरेशन से प्रसव हुआ, जिसके बाद नवजात की मौत हो गई। नाराज तीमारदार डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने नाराज लोगों को शांत कराया। महिला अभी इसी अस्पताल में भर्ती है।
रामकोला थाना क्षेत्र के सिधावें गांव के रइयापार टोला की निवासी सुनील की पत्नी शीतल यादव हाटा नगर के वार्ड नंबर पांच में रिश्तेदार के घर आई थी। शुक्रवार की शाम शीतल को प्रसव पीड़ा हुई। रिश्तेदार उसे लेकर नगर के करमहां रोड के एक निजी अस्पताल पर पहुंचे।
डॉक्टर ने जांच के बाद हालत गंभीर बताते हुए भर्ती कर लिया। देर रात को आराम नहीं मिलने पर ऑपरेशन (सीजर) करने की बात संचालक ने कही। आरोप है कि ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर की लापरवाही से नवजात की मौत हो गई। इसकी जानकारी होने पर तीमारदार डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे और पुलिस को सूचना दी।
कुछ देर बाद पहुंची पुलिस ने मामले की जानकारी ली। आक्रोश को देखते हुए पुलिस संचालक को अपने साथ कोतवाली ले गई, लेकिन कुछ देर बाद छोड़ दिया। प्रसूता शीतल का इलाज उसी अस्पताल में चल रहा है। परिजनों ने बताया कि बिना अल्ट्रासाउंड कराए ही देर रात ऑपरेशन किया गया।
कोतवाल निर्भय सिंह ने बताया कि सूचना पर रात को पुलिस अस्पताल में गई थी। संचालक को पूछताछ के लिए लाया गया था। तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
दो बार सील हो चुका है अस्पताल
हाटा नगर में चलने वाला करमहा रोड पर संचालित अस्पताल दो बार सील हो चुका है। आरोप है कि इसके पूर्व भी कई घटनाएं अस्पताल में हो चुकी हैं, लेकिन सीएमओ कार्यालय के संबंधित लिपिक की साठगांठ से संचालक कार्रवाई से बच निकलता है। अस्पताल पर लगाए गए बोर्ड पर भी जिन डॉक्टरों का नाम दर्ज है, वे अस्पताल में नहीं आते हैं। जरूरत के अनुसार ऑन कॉल डॉक्टरों को बुलाया जाता है। इसकी शिकायत सीएओ कार्यालय तक कई बार पहुंची है। लेकिन कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जाती है। इसके अलावा नगर में ऐसे कई अस्पताल संचालित हो रहे हैं, जिनके खिलाफ कार्रवाई से स्वास्थ्य महकमे के जिम्मेदार कतरा रहे हैं।