सफल समाचार
शेर मोहम्मद
रुद्रपुर। दुग्धेश्वरनाथ मंदिर पर मेले में लाइन ठीक करते समय करंट की चपेट में आने से नगर पंचायत के वाहन चालक की मौत हो गई। वह स्काईलिफ्ट से मेले में लाइनमैन के साथ तार दुरुस्त कराने में मदद कर रहा था कि सामने से गुजरे एचटी लाइन के संपर्क में आ गया और स्काईलिफ्ट में करंट उतर गया। मौके पर ही चालक की मौत हो गई।
बिहार प्रांत के कुमटी मैरवा निवासी राधेश्याम पांडेय (53) करीब तीस साल से नगर के मस्जिद वार्ड में रहते थे। वह नगर पंचायत रुद्रपुर में चालक पद पर स्थायी काम कर रहे थे। मंगलवार को दुग्धेश्वरनाथ मंदिर पर पथप्रकाश का तार टूट गया था। जिसे ठीक करने के लिए नगर पंचायत के कर्मचारी स्काईलिफ्ट से काम कर रहे थे। लाइनमैन जवाहिर के सहयोग में स्काईलिफ्ट पर राधेश्याम पांडेय भी काम कर रहे थे। तार के ऊपर से एचटी लाइन का तार भी गुजरा है। स्काईलिफ्ट को ऊपर करते समय एचटी लाइन से संपर्क हो गया। वाहन में करंट उतर आया। राधेश्याम पांडेय करंट से झुलस कर गिर गया। लाइनमैन जवाहिर गिर कर चोटिल हो गया। नगर पंचायत के कर्मचारी दोनों को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां चिकित्सक ने चालक को मृत घोषित कर दिया। अस्पताल में पहुंच कर एसडीएम विपिन कुमार द्विवेदी और चेयरमैन सुधा निगम ने घटना की जानकारी ली। एसडीएम ने कहा कि मामले की जांच कराई जाएगी। चेयरमैन प्रतिनिधि छट्ठेलाल निगम ने कहा कि पीड़ित परिवार को नगर पंचायत की तरफ से तत्काल एक लाख रुपये दिए जा रहे हैं। जल्द ही पीड़ित परिवार को हर संभव मदद कराई जाएगी।
परिजनों के चीख पुकार से गमगीन हुआ माहौल
रुद्रपुर। मूलरूप से बिहार प्रांत के रहने वाले राधेश्याम पांडेय नगर पंचायत में करीब तीस वर्ष से रहते थे। मिलनसार कर्मचारी की मौत की खबर सुनते ही अस्पताल में लोगों की भारी भीड़ जुट गई। पत्नी सुधा बेजार होकर रोने लगी। बेटा शिवम, शुभम, सत्यम और बेटी अनामिका पिता के शव से लिपट कर रोने लगे। परिजनों की चीख पुकार से अस्पताल का माहौल गमगीन हो गया। पीड़ित परिवार को रोता देख मौजूद लोगों की आंखें नम हो गई।
नगर पंचायत प्रशासन की लापरवाही से गई जान: मनमथ
बसपा नेता मनमथ मणि त्रिपाठी ने कहा कि नगर पंचायत के चालक की जान नगर पंचायत प्रशासन की लापरवाही से गई है। चालक से नगर पंचायत प्रशासन जबरन लाइनमैन का काम करा रहा था। जिससे उसकी जान चली गई। घटना की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने प्रशासन से मृतक के परिवार को पचास लाख रुपये और नौकरी देने की मांग की। पीड़ित परिवार को मदद नहीं मिलने पर धरना दिया जाएगा।