सफल समाचार
आकाश राय
भ्रष्टाचार के मामले में एसडीएम ज्योति मौर्य और पति आलोक को आमने-सामने बैठाकर जांच हो सकती है। मंडलायुक्त की ओर से गठित तीन सदस्यीय कमेटी ने पहली बैठक की है। जांच के बिंदुओं पर मंथन शुरू हो गया है। एक सप्ताह के भीतर ही दोनों के बयान लिए जाने की तैयारी है। एक महीने में रिपोर्ट सौंपी जानी है।
भ्रष्टाचार तथा अन्य आरोपों में घिरी पीसीएस ज्योति मौर्य एवं उनके पति आलोक को जांच कमेटी आमने-सामने बैठाकर पूछताछ कर सकती है। तीन सदस्यीय कमेटी ने जांच के बिंदुओं पर मंथन शुरू कर दिया है। जांच बिंदुओं का निर्धारण कर इसी सप्ताह पूछताछ किए जाने की तैयारी है। कमेटी को एक महीने में रिपोर्ट सौंपनी है।
पति आलोक ने ज्योति पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। आलोक ने आरोप लगाया है कि ज्योति का एक अन्य अफसर के साथ प्रेम प्रसंग है। भ्रष्टाचार में लिप्त होने की भी शिकायत की है। इस मामले में शासन के निर्देश पर मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाई है।
अपर आयुक्त अमृत लाल बिंद की अध्यक्षता में गठित कमेटी में शामिल एडीएम प्रशासन हर्षदेव पांडेय एवं पीसीएस जसजीत कौर की एक बैठक हो चुकी है। शासन की ओर से जांच कमेटी को पूरी फाइल उपलब्ध कराई गई है। इसमें कई ऐसे बिंदु भी हैं जिनकी जांच कमेटी के अधिकार क्षेत्र से बाहर है।
खासतौर पर, दहेज उत्पीड़न, धमकी देने समेत अन्य आपराधिक मामले की जांच कमेटी नहीं करेगी। कमेटी की एक-दो दिनों में होने वाली अगली बैठक में सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच के बिंदु तय किए जाएंगे।