सफल समाचार
सुनीता राय
DDU में मारपीट मामले में एबीवीपी को कांग्रेस की जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान की ओर से हमले का आरोपी बताने पर पदाधिकारियों में उबाल है। उन्होंने बयान पर नाराजगी व्यक्त करते हुए गुरु-शिष्य परंपरा को धूमिल करने व छात्रों के आंदोलन को दिशा भ्रमित करने का आरोप लगाया है।
गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति-कुलसचिव पर हमला और तोड़फोड़ के आरोप में गिरफ्तार एबीवीपी के आठ कार्यकर्ताओं की रिहाई के लिए विश्वविद्यालय की ही दो शिक्षिकाएं जमानतदार बनी हैं। दोनों शिक्षिकाएं एबीवीपी से जुड़ी हैं। एबीवीपी कार्यकर्ताओं की जेल से रिहाई के बाद एबीवीपी कार्यालय पर इनकी ओर से फूल बरसाकर स्वागत करते वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
विश्वविद्यालय में शुल्क वृद्धि और एबीवीपी कार्यकर्ताओं का निष्कासन वापस लेने की मांग को लेकर 21 जुलाई को कुलपति कार्यालय पर उग्र प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने आठ कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर जेल भिजवा दिया था। इस मामले में पुलिस ने 22 नामजद के खिलाफ केस दर्ज किया था।
जेल में बंद आठ कार्यकर्ताओं को 11 दिन की न्यायिक अभिरक्षा के बाद मंगलवार की देर शाम उनकी जेल से रिहाई हुई। उनकी रिहाई में विश्वविद्यालय की दोनों शिक्षिकाएं एक कार्यकर्ता की तरह जमानतदार बनी हैं। बृहस्पतिवार को विश्वविद्यालय परिसर में इसकी खूब चर्चा होती रही।