कार्यपालक अधिकारी पीके तिवारी ने कहा कि इलेक्ट्रिक बस चार्जिंग डिपो निर्माण के लिए कोनी में ढाई एकड़ जमीन मिल गई है

उत्तर प्रदेश गोरखपुर

सफल समाचार 
सुनीता राय 

सीएनडीएस को प्रस्ताव बनाने के लिए कहा गया है। चार्जिंग प्वाइंट बनाने का कार्य बस संचालित करने वाली संस्था पीएमआई करेगी।

अब चार्जिंग के अभाव में इलेक्ट्रिक बसें खड़ी नहीं होंगी। जल्द ही जगदीशपुर-सोनबरसा हाईवे पर कोनी गांव के पास इलेक्ट्रिक बस चार्जिंग स्टेशन बनेगा। स्टेशन के लिए ढाई एकड़ जमीन मिल चुकी है। जल निगम की कार्यदायी संस्था (सीएनडीएस) को प्रस्ताव तैयार करने के लिए निर्देशित किया गया है।

महानगर के आठ रूटों पर 25 इलेक्ट्रिक बसें संचालित हो रही है। इन बसों के लिए महेसरा में चार्जिंग स्टेशन बनाया गया है। लेकिन रास्ते में बैटरी के डिस्चार्ज होने पर बसों को महेसरा इलेक्ट्रिक बस स्टेशन ले जाना पड़ता है। ऐसे में बसों का संचालन प्रभावित होता है।

वहीं इलेक्ट्रिक बस के बेड़े में 25 और शामिल होने वाली हैं। इसके बाद बसों को महेसरा में खड़ा करने में भी दिक्कत आएगी। कोनी में चार्जिंग स्टेशन बनने के बाद यहां चार्ज होने के साथ ही बसें खड़ी भी हो सकेंगी।

चौरीचौरा, बड़हलगंज तक चलेगी ई-बस

शासन के निर्देश और यात्रियों की मांग पर इलेक्ट्रिक बस संचालन समिति ने महेसरा और कोनी के बाद सहजनवां, कौड़ीराम और भटहट में भी इलेक्ट्रिक बस चार्जिंग स्टेशन के निर्माण की योजना बनाई है। इसके लिए जमीन की तलाश चल रही है।

इलेक्ट्रिक बसों का विस्तार महानगर के अलावा चौरीचौरा, गोला और बड़हलगंज तक किया जाना है। आने वाले दिनों में 100 इलेक्ट्रिक बसें चलाने की योजना है, इसमें 25 बसों के जल्द मिलने की संभावना है। जिसके बाद बसों की संख्या 50 हो जाएगी।

इलेक्ट्रिक बस संचालन समिति के कार्यपालक अधिकारी पीके तिवारी ने कहा कि इलेक्ट्रिक बस चार्जिंग डिपो निर्माण के लिए कोनी में ढाई एकड़ जमीन मिल गई है। सीएनडीएस को प्रस्ताव बनाने के लिए कहा गया है। चार्जिंग प्वाइंट बनाने का कार्य बस संचालित करने वाली संस्था पीएमआई करेगी। प्रस्ताव तैयार होने के बाद निर्माण प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

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