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सुनीता राय
गोरखपुर नगर निगम का टैक्स जमा करने के लिए अब दफ्तर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। पेटीएम, गूगल पे और फोन पे जैसे ऑनलाइन मोड पर भी जम करने की सुविधा जल्द मिल जाएगी। समय से अगर टैक्स जमा करते हैं तो छूट भी पाएंगे। इसके लिए नगर निगम प्रशासन ने भुगतान की प्रक्रिया को बदलने की तैयारी कर ली है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले दिनों विभागों की समीक्षा के दौरान नगर निगम को आत्मनिर्भर बनाने का निर्देश दिया था। इसी क्रम में नगर निगम प्रशासन ने अपनी व्यवस्था में सुधार का करने निर्णय लिया है। नई योजना के मुताबिक ऑनलाइन मोड पर जमा करने के जितने भी प्रचलित मोड हैं, सभी की सुविधा शुरू हो जाएगी। लोग अपने मोबाइल पर बिजली बिल की तरह हाउस टैक्स, वाटर टैक्स और सीवर टैक्स जमा कर लेंगे। इसके अलावा जल्द ही कर संबंधित पूरी व्यवस्था एक निजी एजेंसी को दी जाएगी।
एजेंसी के लोग घर-घर जाकर टैक्स का बिल देंगे। लोगों को टैक्स जमा कराने के कहेंगे, नोटिस देंगे और मौके पर ही टैक्स भी जमा कराएंगे। इसकी मानीटरिंग विभाग के अफसर करेंगे। नगर निगम के क्षेत्र में इस समय 80 वार्ड हैं और 1.60 लाख घर हैं। कुल कर करीब 50 करोड़ रुपये ही सालाना जमा होता है। यह महज 30 फीसदी है। अब इसे बढ़ाकर 50 फीसदी करने की लक्ष्य रखा गया है।