गर्मी के मौसम में गंदगी और नालियों के जाम होने की वजह से शहर में मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है

उत्तर प्रदेश देवरिया

सफल समाचार 
शेर मोहम्मद 

नए वार्ड में एंटीलार्वा का छिड़काव व फागिंग नहीं करा रही नगर पालिका

देवरिया। गर्मी के मौसम में गंदगी और नालियों के जाम होने की वजह से शहर में मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। कागज में नगर पालिका के अफसर हर रोज फॉगिंग का दावा कर रहे हैं। जबकि मोहल्लेवासी कभी-कभार फागिंग होने की बात कह रहे हैं। सबसे ज्यादा परेशानी शहर के नए वार्ड के लोगों को हो रही है। यहां जलभराव वाली जगहों पर न एंटी लार्वा डाले जा रहे न ही फागिंग कराया जा रहा है। दानोपुर मोहल्ले के राधेश्याम यादव, पियूष सिंह, गिरीश सिंह आदि का कहना है कि गांव को नगर में शामिल हुए एक साल हो गए अभी तक यहां नगर पालिका के कर्मचारी फागिंग के लिए नहीं आए हैं। इससे पहले कभी-कभार ग्राम पंचायत की ओर से फागिंग करा दी जाती थी। इसी तरह की परेशानी पिपरपाती, बड़हरा, चिंतामनचक, रजला आदि नए वार्डों के लोगों ने बयां की।

मच्छर के डंक से बचने के लिए लोग क्वायल, बिजली से चलने वाले उपकरण का उपयोग कर रहे हैं। इसमें प्रतिदिन उन्हें रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं। वहीं, नगर पालिका की ओर से हर रोज करीब दस हजार रुपये का डीजल, पेट्रोल और एक लीटर मैलाथियान फॉगिंग मशीन में उपयोग का दावा किया जा रहा है। दावे का असर अफसर कालोनियों को छोड़ आम काॅलोनियों में नहीं दिखाई पड़ रहा। अधिकारी रात में चैन की नींद सोते हैं और आम जनता रतजगा कर मच्छर भगा रही है।

खाली प्लॉट मतलब मच्छरों का बसेरा
शहर के विभिन्न मुहल्लों में जाम नालियों के साथ सबसे बड़ी समस्या खाली प्लॉट भी हैं। एक तो वहां पानी जमा होता है, दूसरे लोग कूड़ा भी फेंकते हैं। इस कारण ये स्थान मच्छरों के प्रजनन का केंद्र बन रहे हैं। इसके आसपास मच्छरजनित रोग फैलने की आशंका रहती है। इस ओर अफसरों का ध्यान नहीं है। शहर के करीब 10 से 15 वार्ड ऐसे हैं, जहां नालियों का समुचित इंतजाम नहीं है। लोग घरों का पानी खाली प्लाॅटों में बहा रहे हैं।

पुराने वार्डों में भी है परेशानी
रामुगलाम टोला पूर्वी, रामनाथ देवरिया दक्षिणी, चटनी गड़ही मुहल्ला, मंगलमपुरम, दानोपुर, नाथ नगर, सोमनाथ नगर, अली नगर, शहीद नगर, शांति नगर, महुआबारी आदि मुहल्लों में जलनिकासी की व्यवस्था नहीं होने से खाली प्लाॅटों में पूरे साल जलभराव रहता है। नगर पालिका नाला सफाई तो करा रही है, लेकिन नालियों में एंटीलार्वा आदि दवाओं का छिड़काव नहीं करा रही है।

इनसेट
बोले शहरवासी
मुहल्ले में मच्छरों का भरमार साल के 12 महीने रहता है। बार-बार अनुरोध के बाद नगर पालिका मुहल्ले में एंटीलार्वा का छिड़काव व फॉगिंग कराती है। – अमित तिवारी, चटनी गड़ही मुहल्ला

जलजमाव वाली जगह पर नहीं डालते दवा जलजमाव वाली जगह पर नगर पालिका एंटीलार्वा नहीं डलवा रही। घर के पास भारी तादात में मच्छर पनपते हैं। शाम होते ही घरों में घुस जाते हैं। – अर्जुन मद्धेशिया, रामगुलाम टोला पूर्वी

अफसरों की काॅलोनी में होती है नियमित फॉगिंग
नगर पालिका बाकी शहर में फॉगिंग कराए या नहीं अफसरों की काॅलोनी में नियमित फॉगिंग कराती है। स्टेडियम के पास, विकास भवन, नगर पालिका कार्यालय, कलक्ट्रेट आदि जगहों पर अक्सर रात में फॉगिंग की महक आती है।

मच्छरों के काटने से होती हैं ये बीमारियां
मलेरिया, फाइलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, जापानी इंसेफेलाइटिस आदि बीमारियां मच्छरों के काटने से होती हैं।

एक साल में इतने मिले मरीज
2 मरीज जापानी इंसेफिलाइटिस के मिले हैं।
 93 मरीज डेंगू के मिले हैं।
 03 मरीज मलेरिया के मिले हैं।

नगर पालिका के पास फॉगिंग के लिए दो मशीनें हैं।

दो मशीनों से दवा का छिड़काव होता है।

400 सफाई कर्मी सफाई में लगे हैं।

वार्ड 32 में आबादी 3.50 लाख है।

डॉक्टर की सलाह
मेडिकल कॉलेज के डॉ. एचके मिश्र ने बताया कि मच्छर से मलेरिया, कालाजार और डेंगू होता है। अगर लक्षण दिखें तो तुरंत चिकित्सक से सलाह लेकर दवा का सेवन करना चाहिए। अपने मकान के आस-पास के क्षेत्र को स्वच्छ रखें और जलभराव न होने दें।

वर्जन
रोस्टर के हिसाब से एंटी लार्वा का छिड़काव व फागिंग किया जा रहा है। लोगों को मच्छर जनित रोगों को लेकर सजग रहना चाहिए। रोहित सिंह, ईओ

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