सफल समाचार
आकाश राय
सिविल लाइंस में हनुमत निकेतन शिव मंदिर, मनकामेश्वर मंदिर, कोटेश्वर महादेव, पड़िला महादेव, सोमवेश्वर महादेव सहित विभिन्न शिवालयों में जयकारों के साथ भक्तों ने देवाधिदेव महादेव का पूजन अर्चन और जलाभिषेक किया।
श्रावण मास के पांचवें सोमवार पर जिले के शिव मंदिरों में भारी भीड़ रही। सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतार शिव मंदिरों पर लग गई थी। सिविल लाइंस में हनुमत निकेतन शिव मंदिर, मनकामेश्वर मंदिर, कोटेश्वर महादेव, पड़िला महादेव, सोमवेश्वर महादेव सहित विभिन्न शिवालयों में जयकारों के साथ भक्तों ने देवाधिदेव महादेव का पूजन अर्चन और जलाभिषेक किया। श्रद्धालुओं ने घरों में भी रुद्राभिषेक कर प्रसाद का वितरण किया।
सावन के पांचवें सोमवार पर इस बार शूल योग और रवि योग का अनूठा संयोग है। इस मुहुर्त में पूजन से भोले के भक्तों की सुख-समृद्धि का योग है। सावन के सोमवार के चलते मंदिरों की फूलों से भव्य सजावट की गई है। जल भरने के लिए बड़ी संख्या में कांवड़िये दशाश्वमेध घाट पहुंचे।
सरस्वती घाट स्थित प्राचीन मनकामेश्वर महादेव मंदिर में भव्य सजावट की गई है। भोर में पंचामृत स्नान के साथ ही मनकामेश्वर के पट आम भक्तों के लिए खोल दिए गए। इसी तरह सिविल लाइंस स्थित शिवमंदिर, तक्षकेश्वर नाथ महादेव मंदिर, नागवासुकि मंदिर और दशाश्वमेध ब्रह्मेश्वर मंदिर में भी जलाभिषेक के लिए भक्तों की कतारें लगेंगी। पंडिला महादेव में भी जलाभिषेक के लिए व्यवस्था की गई है।
भक्तों ने गंगा जल, दुग्ध, पंचामृत, नैवेद्य, बेलपत्र, पुष्प, मिष्ठान्न, भांग, धतूर, चंदन, दही, घृत, ईत्र अर्पण कर भोग लगाया गया। मंदिरों पर शिव स्तुति, शिव तांडव, शिव चालीसा, शिव महिम्न स्त्रोत, रामायण, रामचरित मानस का पाठ हुआ। मंदिरों पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस और महिला सिपाहियों की ड्यूटी लगाई गई है। बड़ी संख्या में कांवड़ियों ने भी बाबा का जलाभिषेक किया।