विश्वजीत राय
खड्डा। गंडक नदी के डिस्चार्ज में सोमवार को 22 हजार क्यूसेक की बढ़ोतरी होने से जलस्तर 18 सेंटीमीटर बढ़कर चेतावनी बिंदु से नौ सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया है। हालांकि, इस बढ़ाेतरी का क्षेत्र पर कोई असर नहीं पड़ा है।
बरसात का सीजन शुरू हुए 50 दिन से अधिक हो गए, लेकिन गंडक नदी के तेवर अब भी नरम बने हुए हैं। इसके चलते खड्डा क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित, मरचहवा, बसंतपुर शिवपुर, हरिहरपुर, नरायनपुर, सालिकपुर, महदेवा आदि गांव में बाढ़ का कोई असर नहीं हुआ है।
हालांकि, पिछले वर्षों में इस समय तक नदी के उग्र होने से बाढ़ का पानी गांव में घुस जाता रहा है। लोगों को विस्थापित होकर ऊंचे स्थानों पर शरण लेनी पड़ी थी। लेकिन इस वर्ष अभी तक यह नौबत नहीं आई है। इससे क्षेत्र के लोग राहत महसूस कर रहे हैं।
सोमवार की सुबह आठ बजे वाल्मीकि गंडक बैराज से नदी में छोड़े गए पानी का डिस्चार्ज 1,09000 क्यूसेक, दोपहर 12 बजे 1,29000 क्यूसेक, दो बजे 1,29,000 क्यूसेक और शाम छह बजे 1,31,500 क्यूसेक था। इसके सापेक्ष भैंसहा गेजस्थल पर जलस्तर सुबह आठ बजे चेतावनी बिंदु से नौ सेंटीमीटर नीचे 94.90 मीटर था। दोपहर दो बजे चेतावनी बिंदु 95.00 मीटर पहुंच गया। शाम छह बजे चेतावनी बिंदु से नौ सेमी ऊपर पहुंचकर 95.09 मीटर तक गंडक का पानी पहुंच गया है।