सफल समाचार
आकाश राय
UPPSC की ओर से यह भी बताया गया कि विसंगतियों के संबंध में शासन/विभागों से पत्राचार किया जा रहा है, विसंगतियों के निराकरण के बाद विज्ञापन यथा समय आयोग की वेबसाइट पर जारी किया जाएगा। अभ्यर्थी ने रिक्त पदों की संख्या भी पूछी थी, जिसके जवाब में कहा गया कि रिक्तियों का विवरण पदवार/श्रेणीवार तैयार न होने के कारण वांछित सूचना अभी देय नहीं है।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) को खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) के रिक्त पदाें का अधियाचन मिल चुका है, लेकिन यह भर्ती चार माह से विसंगतियों के कारण फंसी हुई है। आयोग की ओर से जनसूचना अधिकार अधिनियम-2005 के तहत दिए गए जवाब में यह तथ्य सामने आए हैं। बीईओ के पदों पर भर्ती का पिछला विज्ञापन चार साल पहले वर्ष 2019 में जारी किया गया था। इसके बाद बीईओ के पद पर भर्ती नहीं हुई।
एक अभ्यर्थी ने जब जनसूचना अधिकार अधिनियम के तहत आयोग से इस भर्ती के बारे में पूछा तो आयोग ने पांच अप्रैल 2023 को दिए अपने जवाब में कहा कि आगामी खंड शिक्षा अधिकारी भर्ती के लिए शासन/विभागों से अधियाचन प्राप्त हुए हैं।
आयोग की ओर से यह भी बताया गया कि विसंगतियों के संबंध में शासन/विभागों से पत्राचार किया जा रहा है, विसंगतियों के निराकरण के बाद विज्ञापन यथा समय आयोग की वेबसाइट पर जारी किया जाएगा। अभ्यर्थी ने रिक्त पदों की संख्या भी पूछी थी, जिसके जवाब में कहा गया कि रिक्तियों का विवरण पदवार/श्रेणीवार तैयार न होने के कारण वांछित सूचना अभी देय नहीं है।
आयोग ने यह तो माना कि रिक्त पदों का अधियाचन मिला है, लेकिन पदों की संख्या नहीं बताई। इसके बाद आयोग ने जनसूचना अधिकार अधिनियम के तहत एक अन्य अभ्यर्थी को बीईओ भर्ती के बारे में सात अगस्त 2023 को फिर जवाब दिया और इसमें भी पांच अप्रैल 2023 को दिए गए जवाब को दोहराया। स्पष्ट है कि चार माह बाद भी शासन/विभागों के स्तर से बीईओ भर्ती से जुड़ी विसंगति दूर नहीं की सकी है। यह विसंगति समकक्ष अर्हता से जुड़ी है।