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सुनीता राय
अब लाइसेंसी असलहे के नवीनीकरण के लिए देवरिया का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। पुलिस लाइंस में इसकी व्यवस्था शुरू कर दी गई है। इस सुविधा के शुरू होते ही असलहा का नवीनीकरण कराने वालों की संख्या बढ़ गई है। पहले महीने में 30 से 40 लोग आवेदन कर रहे थे, अब यह संख्या 100 से ज्यादा हो गई है।
दरअसल, जिले में फायरिंग रेंज नहीं होने के कारण लोगों को असलहा का नवीनीकरण कराने के लिए देवरिया जाना पड़ता था। इसके लिए प्रत्येक महीने में 14 और 27 तारीख को समय दिया जाता था। इसकी सूचना असलहा धारक को दी जाती थी।
नवीनीकरण के लिए बंदूकधारी को फायरिंग रेंज में परीक्षा देनी होती है। इसके बाद पुलिस की रिपोर्ट लगती है, जिसके आधार पर लाइसेंस का नवीकरण हो जाता है। भागदौड़ से बचने के लिए बहुत सारे लोग लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं कराते थे।
इस समस्या को देखते हुए पुलिस लाइंस में ही भौतिक परीक्षण की व्यवस्था कर दी गई है, लेकिन जानकारी के अभाव में लोग नवीनीकरण का आवेदन करने से बच रहे हैं।
दस हजार से ज्यादा असलहे के लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं
गोरखपुर जिले में इस समय 22979 लोगों के नाम असलहे का लाइसेंस है। इसमें दस हजार से अधिक लोगों के लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं हुआ है। ऐसे असलहे दुकानों और थानों में जमा हैं, जिनको लेकर दुकानदार भी परेशान हैं।