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विश्वजीत राय
पडरौना। नाथापट्टी गांव के बाहर अंत्येष्टि भवन के निर्माण को लेकर नाराज गांववालों ने शुक्रवार को घाट पर शव रखकर प्रदर्शन किया। इनका कहना था कि शवदाह गृह न होने के कारण बरसात में ज्यादा परेशानी होती है। बारिश के दौरान शव रखकर बंद होने का इंतजार करना पड़ता है। इससे अंतिम संस्कार करने में परेशानी होती है। चेतावनी दी कि यदि अंत्येष्टि स्थल पर शवदाह गृह के निर्माण के लिए जिम्मेदार कोई ठोस कदम नहीं उठाते हैं तो डीएम कार्यालय का घेराव करेंगे।
बिहार सीमा से सटे जनपद के नाथापट्टी गांव के बाहर शवों का अंतिम संस्कार होता है। गांव के अलावा बिहार प्रांत के लोग भी शव लेकर आते हैं। अंत्येष्टि स्थल पर भवन नहीं होने की वजह से बरसात में शवों का अंतिम संस्कार करने में परेशानी होती है। लोगों को बारिश बंद होने इंतजार करना पड़ता है।
नाथापट्टी गांव के प्रधान संजय चौरसिया, सीताराम यादव, रामनरेश चौरसिया, राजू, सुरेश यादव, दीनानाथ चौरसिया, लक्ष्मण मद्धेशिया, रमाशंकर यादव, धनेश पटेल, नारायण, जितेंद्र, श्रीनिवास शर्मा का आरोप है कि इस अंत्येष्टि स्थल कई गांवों के लोग शव लेकर दाह संस्कार के लिए पहुंचते हैं। यहां शवदाह गृह नहीं है।
गांववालों ने बताया कि ग्राम सभा की ओर से अंत्येष्टि स्थल पर शवदाह गृह के निर्माण के लिए जमीन मुहैया करा दी गई है। करीब दस बार डीएम और डीपीआरओ से अंत्येष्टि स्थल पर शवदाह गृह निर्माण के लिए मांग की जा चुकी है, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।
बीडीओ रविरंजन ने बताया कि अंत्येष्टि स्थल पर शवदाह गृह का निर्माण कराया जाएगा। इसका प्रस्ताव बनाकर प्रशासन को भेजा गया है। उसके स्वीकृत होने तथा बजट आवंटित होने पर निर्माण कराया जाएगा।