सफल समाचार
सुनीता राय
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में शुक्रवार को पूरे दिन कुलपति प्रो. राजेश सिंह की ओर से कुछ शिक्षकों और कर्मचारियों की पत्रावली मंगाने की चर्चा जोरो पर रही। इससे पूरे दिन परिसर में हड़कंप मचा रहा। परिसर में कार्रवाई की अफवाह भी उड़ती रही। निलंबित चल रहे हिंदी विभाग के आचार्य प्रो. कमलेश गुप्ता से संबंधित पत्रावली मंगाने की चर्चा भी पूरे दिन होती रही।
गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल ने लखनऊ विश्वविद्यालय की प्रो. पूनम टंडन को गोविवि का कुलपति नियुक्त किया है। बृहस्पतिवार की शाम को आदेश जारी किया गया। प्रो. राजेश सिंह के दोबारा कुलपति बनने की हसरत पर पानी फिर गया।
विश्वविद्यालय परिसर में शुक्रवार को पूरे दिन कुलपति प्रो. राजेश सिंह की तरफ से कुछ शिक्षकों व कर्मचारियों की पत्रावली आवास पर मंगाने की चर्चा होती रही। इसमें दो साल से निलंबित चल रहे हिंदी विभाग के आचार्य प्रो. कमलेश गुप्ता से जुड़ी पत्रावली को मंगाने की भी चर्चा रही।
इसके अलावा दो उनके करीबी शिक्षकों की भी पत्रावली मंगाने की चर्चा रही। साथ ही कार्रवाई के लिए दो शिक्षिकाओं की भी पत्रावली मंगाने की अफवाह तैरती रही।
पत्रावली दिखाने के लिए कुलसचिव को लिखा पत्र
निलंबित चल रहे हिंदी विभाग के आचार्य प्रो. कमलेश गुप्ता ने पत्रावली मंगाने की चर्चा के बीच शुक्रवार को कुलसचिव को पत्र लिखा। उन्होंने जल्द पत्रावली के अवलोकन कराने की मांग की है।