पांच सितंबर को लखनऊ में आयोजित शिक्षक दिवस समारोह में राज्य शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित होंगे

उत्तर प्रदेश कुशीनगर

सफल समाचार 
विश्वजीत राय 

नगर की जगदीशपुरम कॉलोनी के निवासी हैं शिक्षक

पडरौना। संविलियन विद्यालय दुर्गवलिया के प्रधानाध्यापक डॉ. सुधीर कुमार श्रीवास्तव पांच सितंबर को लखनऊ में आयोजित शिक्षक दिवस समारोह में राज्य शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित होंगे। उनका विद्यालय दिसंबर तक निपुण लक्ष्य हासिल कर लेगा। स्कूली बच्चे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के साथ परिवेशी ज्ञान अर्जित करते हैं।

पडरौना ब्लॉक के डाॅयट परिसर में संचालित संविलियन विद्यालय दुर्गवलिया के प्रधानाध्यापक डॉ. सुधीर कुमार श्रीवास्तव को शिक्षक दिवस पर राज्य शिक्षक पुरस्कार से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सम्मानित करेंगे। सेवरही ब्लॉक के तरया लक्ष्मीराम निवासी प्रोफेसर दयानंद श्रीवास्तव के बड़े पुत्र डाॅ. सुधीर कुमार श्रीवास्तव का परिवार शिक्षा जगत से काफी पहले से जुड़ा है।

छोटे भाई अमित श्रीवास्तव रामकोला ब्लॉक के संगठन के मंत्री समेत प्राथमिक विद्यालय पड़री में तैनात हैं। पत्नी अर्चना श्रीवास्तव पडरौना ब्लॉक के लक्ष्मीपुर सिधुआं में तैनात हैं। डॉ. सुधीर एक दिसंबर 1999 को विशिष्ट बीटीसी शिक्षक भर्ती के तहत 1999 में बतौर सहायक अध्यापक नियुक्त हुए थे। पडरौना ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय रसूलपुर में पहली तैनाती हुई।

इसके बाद मार्च 2020 में प्राथमिक विद्यालय बलुचहां और जुलाई 2007 में प्राथमिक विद्यालय जंगल बकुलहा में प्रधानाध्यापक बने। अगस्त 2011 में उच्च प्राथमिक विद्यालय बतरौली ब्लॉक पडरौना में विज्ञान के सहायक अध्यापक बने। अगस्त 2015 में उच्च प्राथमिक विद्यालय दुर्गवलिया के प्रधानाध्यापक बने। 2019 में विद्यालय संविलियन हुआ।

उनकी तैनाती के दौरान वर्ष 2015 में जूनियर हाईस्कूल में 118 बच्चे तथा 2019 में जूनियर हाईस्कूल में 125 व प्राथमिक में 150 बच्चों का नामांकन था। उन्होंने एक शिक्षामित्र, दो अनुदेशक व चार सहायक अध्यापकों के साथ कड़ी मेहनत की। इसकी बदौलत इस समय उनके स्कूल में जूनियर में 143 व प्राथमिक में 205 को मिलाकर कुल 348 बच्चों का नामांकन है।
राज्य शिक्षक पुरस्कार के लिए चयनित होने पर राजेश शुक्ल, विशाल मिश्र, रामप्रकाश पांडेय, राजकुमार सिंह आदि ने उन्हें बधाई दी है।

कोट
स्कूल में शिक्षा को लेकर डॉ. सुधीर कुमार श्रीवास्तव ने बेहतर काम किया है। राज्य शिक्षक पुरस्कार के लिए उनका चयन होना जिले के लिए गौरव की बात है। उनसे जिले के सभी शिक्षकों को सीख लेकर विद्यालयों में बेहतर काम करना चाहिए

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