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शेर मोहम्मद
देवरिया। तरकुलवा थानाक्षेत्र के सरैनी गांव में बृहस्पतिवार की रात में करंट लगने से युवक की मौत हो गई। हादसा घर में मोटर का तार जोड़ते समय हुआ। घटना के बाद घर में मातम छा गया। पत्नी सत्या पांडेय दहाड़ मारकर रोने लगीं। माता किरन पांडेय व परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
थानाक्षेत्र के सरैनी गांव निवासी शंभू पांडेय बड़े बेटे नीरज पांडेय के साथ मुंबई रहकर रोजगार करते हैं। छोटे पुत्र विकास पांडेय (23) घर पर रहते थे। पिछले साल मई महीने में उनकी शादी हुई थी। एक महीना पहले पुत्र ने जन्म लिया था। घर में हंसी- खुशी का माहौल था। विकास के घर का मोटर खराब था, जिसे बनवाने को दिया था। गांव में दो दिनों से विद्युत आपूर्ति ठप थी। बृहस्पतिवार को मोटर बनकर आया। रात में करीब 9.30 बजे बिजली नहीं थी और विकास मोटर का तार जोड़ने लगे। इसी बीच अचानक सप्लाई आ गई, जिससे उन्हें करंट का तेज झटका लग गया और वह जमीन पर गिर पड़े। आननफानन में परिजन उन्हें कसया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहां डाॅक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसकी सूचना मुंबई में जब पिता और बड़े भाई को हुई तो वे फफक कर रोने लगे। रात की फ्लाइट से पिता और बड़े भाई चल दिए हैं। उनके पहुंचने के बाद यह तय किया जाएगा कि शव का पोस्टमार्टम कराना है या नहीं। विकास बेहद हंसमुख और मिलनसार थे। उनके असामयिक निधन से गांव में मातम फैल गया है।
राखी बांधने मां के साथ ननिहाल आई थी अनन्या
देवरिया। रक्षाबंधन पर्व पर अपने भाई के घर राखी बांधने आई बहन की 12 वर्षीय बेटी की करंट की चपेट में आने से बृहस्पतिवार की देर रात मौत हो गई। बालिका की अप्रत्याशित मौत से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।
गोरखपुर जनपद के झुंगिया बाजार निवासी बबीता देवी पत्नी बबलू प्रजापति बृहस्पतिवार को अपने भाई मनीष प्रजापति को राखी बांधने गौरी बाजार थाना क्षेत्र के बखरा खास गांव में आईं थीं। चार भाई बहनों में सबसे बड़ी अनन्या भी अपनी मां के साथ ननिहाल आई थी। देर शाम वह एक कमरे में टेबल फैन का प्लग लगा रही थी। टेबल फैन में करंट प्रवाहित हो रहा था, इसी बीच करंट की चपेट में आने से बुरी तरह झुलस गई। परिजन आननफानन में सीएचसी गौरी बाजार ले गए। डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अनन्या की मौत की खबर मिलते ही उसकी मां बबीता देवी बेहोश होकर गिर पड़ीं। अन्य परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। प्रभारी निरीक्षक राजू सिंह ने बताया कि बालिका को करंट लगने की सूचना मिली है। मामले की जांच की जा रही है।
घर में अकेली थीं मां-बेटी, किसी को नहीं लग पाई मौत की भनक
सलेमपुर। हैंडपंप में लगे टिल्लू पंप में करंट से मां-बेटी की मौत की घटना का किसी को अंदाजा न लग सका। घटना के समय मां-बेटी घर में अकेली थीं। कशिश और उसकी छोटी बहन तन्नू नगर के एक निजी स्कूल में पढ़ाई करती थीं। शुक्रवार को कशिश स्कूल नहीं गई, जबकि तन्नू सुबह तैयार होकर स्कूल चली गई। जब वह वापस आई तो दरवाजा न खुलने पर लोगों को अनहोनी की आशंका हुई। आसपास के लोग खिड़की तोड़कर अंदर घुसे तो मां-बेटी हैंडपंप से चिपकी हुईं थीं। लोगों ने दोनों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। कशिश नर्सरी से ही पढ़ने में होनहार थी। वह डॉक्टर बनकर देश की सेवा करना चाहती थी। परिवार की आर्थिक हालत खराब होने के बावजूद उसने अपने हौसले कम नहीं किए थे। बेटी को डॉक्टर बनाने के लिए पिता सऊदी अरब जाकर नौकरी करने लगे।