सफल समाचार
सुनीता राय
मुख्यमंत्री कार्यालय से स्थानीय जांच एजेंसी को अवैध सोने के धंधेबाजों को लेकर सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया गया था। जिस विभाग के पास से इस संबंध में सूचना मांगी गई थी, उसका पास जांच के सीमित अधिकार हैं, इसलिए उसने दूसरी एजेंसी को सतर्क कर दिया था।
हिंदी बाजार के चर्चित सोने के धंधेबाज पंडित को डीआरआई (राजस्व खुफिया निदेशालय) की टीम ने शुक्रवार की रात सुल्तानपुर में अवैध सोने के साथ दबोच लिया। देर रात स्थानीय जांच एजेंसियों को भी इसकी सूचना मिल गई।
खबर है कि रात में हिंदी बाजार के हरबंश राम गली में एक सराफा व्यापारी की दुकान पर डीआरआई के साथ स्थानीय जांच एजेंसियों की टीम भी आई थीं। बताया जा रहा है कि डीआरआई की पकड़ में आया पंडित लंबे समय से अवैध सोने की खरीद-बिक्री का काम करता है।
सूत्रों ने बताया कि कुछ वर्ष पहले डीआरआई की टीम ने गोरखपुर से बाहर एक बड़े कारोबारी को गिरफ्तार किया था। उसके पास से भारी मात्रा में अवैध सोना बरामद किया गया था। उसी दौरान पंडित का नाम सामने आया था।
व्यापारी के जेल जाने के बाद अपनी पैठ बढ़ाते हुए पंडित ने अवैध सोने को खपाने के लिए हिंदी बाजार में अपना नेटवर्क तैयार कर लिया। कुछ ही समय में पंडित का सिक्का चलने लगा। सूत्र बताते हैं कि एक तरह से उसका नाम ही अवैध सोने की खरीद-फरोख्त में हॉलमार्क के तौर पर पहचान बन गया।
जानकार बताते हैं कि कालाबाजारी में चर्चित पंडित का नेटवर्क ऐसा है कि दो से तीन घंटे में ही वह तीन से पांच किलो तक अवैध सोना खपा देता है। पहले, पंडित खुद दूसरे धंधेबाजों से सोना लेता था, लेकिन अब उसका नेटवर्क इतना बड़ा हो गया है कि वह दूसरे को सोने की खेप पहुंचा देता है।
मुख्यमंत्री कार्यालय के निर्देश के बाद पहली बड़ी कार्रवाई