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विश्वजीत राय
ब्लाॅक के अधिकारियों ने जल्दबाजी में बनाया था कार्यवाहक प्रधान, एक सप्ताह में ही डीएम ने लगा दी रोेक
कार्यवाहक प्रधान के चयन को लेकर आज फिर होगी बैठक
हाटा। कोतवाली क्षेत्र के खागी मुंडेरा गांव में जिला पंचायत सदस्य के बेटे कमलेश सिंह की गोली मारकर हत्या करने के आरोप में प्रधान के जेल जाने के बाद प्रधान पद रिक्त है। ब्लाॅक से लेकर जिले तक के अधिकारियों की सहमति पर गांव में 26 अगस्त को एडीओ पंचायत रामआशीष गौतम की देखरेख में ग्राम पंचायत सदस्यों की बैठक कर एक सदस्य को कार्यवाहक प्रधान बना दिया गया। उसे डीएम ने निरस्त कर दिया है। चार सितंबर को फिर से बैठक कर प्रधान चुनने का आदेश दिया है।
इस आदेश के बाद गांव में एक बार फिर माहौल गर्म हो गया है। प्रशासन किसी तरह की अनहोनी न हो, इसे लेकर अलर्ट मोड पर है। एक हफ्ते पहले जिम्मेदारों के आनन-फानन बैठक कर प्रधान चुनने की प्रक्रिया पर तरह तरह के सवाल उठ रहे हैं। इससे गांव में अब फिर से गुटबाजी शुरू हो गई है।
सुकरौली ब्लॉक के खागी मुंडेरा गांव में 26 अगस्त को एडीओ पंचायत सुकरौली की अध्यक्षता में सदस्यों ने बहुमत के आधार पर प्रिंस कुमार को प्रभारी ग्राम प्रधान चुना था। इसके चार दिनों के अंदर ही डीएम ने प्रभारी ग्राम प्रधान के चुनाव में गाइडलाइन और कोर्ट के आदेशों के उल्लंघन का हवाला देकर चुनाव को निरस्त कर दिया। डीएम ने नियम और गाइडलाइन का पालन करते हुए फिर से सोमवार को कार्यवाहक ग्राम प्रधान चुनने का आदेश दिया है।
खागी मुंडेरा का ग्राम प्रधान हत्या के मामले में जेल में है। इससे गांव का विकास कार्य प्रभावित हो रहा है। 26 अगस्त को कुल 13 ग्राम पंचायत सदस्यों में से दस ग्राम पंचायत सदस्य उपस्थित थे। ग्राम पंचायत के किसी एक सदस्य को कार्यवाहक प्रधान नियुक्त करने पर बैठक में उपस्थित सदस्य सहमत नहीं थे। बैठक के दौरान ग्राम पंचायत के दो सदस्यों प्रिंस कुमार एवं इंद्रेश तिवारी ने कार्यवाहक ग्राम प्रधान पद के लिए अपना दावा प्रस्तुत किया।
ग्राम पंचायत सदस्य प्रिंस कुमार के पक्ष में छह सदस्यों और इंद्रेश तिवारी के पक्ष में चार सदस्यों ने अपना समर्थन दिया। मौके पर मौजूद अधिकारियों ने बहुमत के आधार पर प्रिंस कुमार को कार्यवाहक ग्राम प्रधान बनाने का प्रस्ताव पास किया था। कार्यवाहक ग्राम प्रधान बनाने में जिम्मेदारों की ओर से की गई जल्दबाजी से गांव का माहौल बार-बार गर्म हो रहा है। गांव में वर्चस्व को लेकर काफी दिनों से गुटबाजी पहले ही होती रही है। अब अधिकारियों की गलती से गांव का माहौल एक बार फिर से गर्म हो गया है।
इस संबंध में एडीओ पंचायत रामआशीष गौतम ने बताया कि पहले हमारी अध्यक्षता में बैठक हुई थी, लेकिन अब उच्चाधिकारियों के निर्देश पर एसडीएम की अगुवाई में बैठक कर कार्यवाहक ग्राम प्रधान का चयन किया जाएगा।