सफल समाचार
शेर मोहम्मद
देवरिया। बैतालपुर तेल डिपो से हर माह करीब छह करोड़ के तेल का खेल माफिया कर रहे हैं। प्रतिदिन 50 से 60 हजार लीटर तेल का अवैध धंधा करने वाले तेल माफिया ने अपना नेटवर्क गोरखपुर मंडल के सभी जनपदों में फैला रखा है। तेल निकालने के लिए माफिया ने महफूज ठिकाना भी बना लिया है। हालत यह है कि कार्रवाई के बाद भी इनका नेटवर्क ध्वस्त नहीं हो पा रहा है। इस खेल में सभी की हिस्सेदारी भी तय है। डिपो कर्मियों से लगायत पुलिस और माफिया गठजोड़ से अवैध धंधा फल-फूल रहा है।
बैतालपुर डिपो से देवरिया, गोरखपुर, कुशीनगर, महराजगंज और नेपाल तक तेल की आपूर्ति होती है। हाल के दिनों में गोरखपुर में पकड़े गए तेल चोरों ने इसका पुख्ता संकेत दिया है कि डिपो से मजबूत तार इस गिरोह के जुड़े हुए हैं। इससे पहले भी कई बार कार्रवाई में पुख्ता प्रमाण मिल चुके हैं। हर रोज चार सौ से अधिक टैंकर में तेल भरा जाता है और इसमें से तीन से चार टैंकर से अधिक का तेल अवैध धंधे के लिए महफूज ठिकाने पर पहुंच जाता है।
सूत्रों के अनुसार यहां छह तरह के टैंकर हैं। कुल 250 टैंकर तेल लाने-ले जाने के काम में लगे हैं। इनमें सबसे छोटे 12 किलोलीटर के टैंकर में 11 लाख रुपये और सबसे बड़े 25 किलाेलीटर के टैंकर में 20 लाख रुपये का तेल आता है। इसमें से प्रतिदिन तेल चोरी का खेल किया जा रहा है। बैतालपुर डिपो से तेल निकलने के बाद टैंकर की लोकेशन तेल माफिया पल-पल लेते हैं। इसके बाद गोरखपुर-देवरिया मार्ग पर तेल डिपो से करीब दस किलोमीटर के एरिया में टैंकरों को जगह-जगह खड़ा कर तेल चोरी का खेल चलता है। इतना ही नहीं तेल माफियाओं ने गोरखपुर और कुशीनगर में भी अपना अड्डा बना लिया है।
दो थानेदारों पर दर्ज हो चुका केस, आरपीएफ के एक जवान की जा चुकी है जान
देवरिया। अवैध तेल के धंधे के कारण पुलिस के दामन पर भी दाग लग चुके हैं। पुलिस की जांच-पड़ताल में दो थानेदारों का भी नाम एक बार आया था। इसके कारण गौरीबाजार के तत्कालीन थानाध्यक्ष वीरेंद्र यादव और हरेंद्र मिश्रा पर केस दर्ज हुआ था। आरोप था कि प्रशासन की कार्रवाई में पकड़े गए टैंकर को छोड़ दिया। 27 फरवरी 2023 को तेल चोरी करते समय पकड़ने गए आरपीएफ जवान सुधीर सिंह की बैतालपुर रेलवे स्टेशन के पास करंट की चपेट में आने से मौत हो गई थी। इसमें साजिश की आशंका जताई गई थी।
देवरिया का तेल माफिया चला रहा है गिरोह
देवरिया। देवरिया का एक व्यक्ति इस गिरोह का मास्टर माइंड है। गोरखपुर मंडल में उसके 16 पेट्रोल पंप हैं। चोरी के तेल की खपत इन्हीं पेट्रोल पंपों पर की जाती है। जबकि दूसरी तरफ विभागीय कार्रवाई पर नजर डाली जाए तो गोरखपुर और देवरिया के करीब बारह पेट्रोल पंपों पर छह-छह करोड़ रुपये का जुर्माना भी लग चुका है।
बायोडीजल पंपों पर भी हो रही चोरी के तेल की खपत
देवरिया। बैतालपुर तेल डिपो में बायोडीजल की कमी का फायदा तेल माफिया उठा रहे हैं। बायोडीजल न मिलने के बाद भी कई जगहों पर यह पेट्रोल पंप चल रहे हैं। इन पेट्रोल पंपों पर बैतालपुर डिपो से चोरी किए जा रहे तेल की खपत की जा रही है। इसमें सबसे बड़ी भूमिका डिपो से जुड़े कुछ कर्मचारियों की है। वह आसानी से तेल उपलब्ध करा दे रहे हैं।
तेल के इस अवैध धंधे से कई हो चुके हैं मालामाल
देवरिया। बैतालपुर तेल डिपो से तेल का खेल करने वाले कई ऐसे लोग हैं जो मालामाल हो चुके हैं। अकूत संपत्ति खड़ी कर ली और खुद की मोटी पूंजी के जरिए बड़ा काम करने लगे। कई सफेदपोश भी इस खेल में पर्दे के पीछे हैं। जबकि पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई का शिकार हमेशा मजदूर किस्म के लोग हुए हैं। दो साल पहले बैतालपुर तेल डिपो के पास तत्कालीन जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन और पुलिस अधीक्षक डॉ. श्रीपति मिश्रा ने कार्रवाई की तो 13 टैंकर तेल पकड़ा गया था। इसमें अधिकांश मजदूर किस्म के लोग थे। इसी तरह अन्य कार्रवाई में भी छोटे लोग ही पकड़े गए हैं।
कोट
बैतालपुर तेल डिपो पर अवैध तेल के धंधे की शिकायत पर कार्रवाई की जाती है। गोरखपुर की घटना की भी जानकारी मिली है। जल्द ही संयुक्त टीम बनाकर तेल माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गौरव श्रीवास्तव, एडीएम प्रशासन
तेल चोरी रोकने के लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए पुलिस को गश्त कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। देवरिया-गोरखपुर मार्ग पर पुलिस की खास नजर है। ऐसे लोगों को चिह्नित कर कार्रवाई की जाएगी।