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विश्वजीत राय
दुदही। विशुनपुरा थाना क्षेत्र के कोकिलपट्टी गांव से बुधवार की सुबह 10 बजे पिता और पुत्र की अर्थी एक साथ निकली तो लोग रो पड़े। एक चिता पर पिता पुत्र के शव को अजय ने मुखाग्नि दी। हालांकि, उनके दो बेटे अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सके।
विशुनपुरा थाना क्षेत्र के कोकिलपट्टी गांव निवासी जानकी गुप्ता और उनके तीसरे नंबर के पुत्र रंजीत मंगलवार को बाइक से इलाज कराने गोरखपुर जा रहे थे। अभी वे हाटा में पहुंचे ही थे कि किसी वाहन की चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जब तक मदद के लिए वहां मौजूद लोग पहुंचते, उससे पहले ही पिता-पुत्र की घटनास्थल पर मौत हो गई थी। मंगलवार को पोस्टमार्टम के बाद दोनों के शव घर पहुंचने पर परिवार में चीख पुकार मच गई। उनके दरवाजे पर गांव के लोगों की भीड़ जुट गई। बुधवार को उनके दरवाजे से जब पिता-पुत्र की अर्थी एक साथ उठी तो गांव के लोगों की आंखों से आंसू गिरने लगे। बांसी नदी के बैकुंठपुर कोठी घाट पर एक साथ एक चिता पर पिता व पुत्र का अजय ने मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार किया। हालांकि उनके दो बेटे विजय और बुलेट अंतिम संस्कार में नहीं पहुंच सके।
पिता-पुत्र की मौत की सूचना पर कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष मनोज सिंह बुधवार की सुबह मृतक के घर पहुंचे। वह अंतिम संस्कार में शामिल होकर पीड़ित के परिजनों को ढांढस बंधाते हुए हर संभव मदद का भरोसा दिए।