मेगा ब्लॉक: सप्ताह भर और झेलिए मुश्किलें घर जाने के लिए कैंट स्टेशन पर लंबा इंतजार अब जल्द ही खत्म होने वाला है

उत्तर प्रदेश गोरखपुर

सफल समाचार 
सुनीता राय 

गोरखपुर शहर में पहुंचकर भी घर जाने के लिए कैंट स्टेशन पर लंबा इंतजार अब जल्द ही खत्म होने वाला है। इस सब्र को दूर करने के लिए कैंट स्टेशन पर यार्ड रिमॉडलिंग का काम और कुसम्हीं तक तीसरी रेल लाइन बिछने के लिए मेगा ब्लॉक लिया गया है।

इस वजह से 76 ट्रेनें निरस्त हैं, जबकि 17 संशोधित समय से चल रहीं हैं। इससे वैशाली, बिहार संपर्कक्रांति, बाघ एक्सप्रेस, कृषक एक्सप्रेस सहित कई ट्रेनें दो से तीन घंटे तक विलंब से चल रही हैं। जल्द ही ये लेटलतीफी खत्म होगी। यानी सप्ताह भर की परेशानी के बाद फर्राटा से दौड़तीं ट्रेनें मंजिल तक बिना बाधा के पहुंचा देंगी।

दूर हो जाएगी समस्या, आराम से पहुंच सकेंगे जंक्शन
रेलवे की ओर से कैंट रेलवे स्टेशन से लेकर कुसम्हीं तक तीसरी लाइन का काम चल रहा है। इसके लिए रेलवे ने छह से लेकर 11 सितंबर तक का नान इंटरलॉकिंग का काम कराया जा रहा है। यह पहले चरण का काम है। इसके बाद कैंट और फिर उससे आगे डोमिनगढ़ तक तीसरी लाइन का काम होगा। आगे चलकर डोमिनगढ़ से खलीलाबाद और कुसम्हीं से बैतालपुर तीसरी लाइन बिछेगी। इसके अलावा गोरखपुर से पनियहवा तक दोहरीकरण भी होगा। इस वजह से 76 ट्रेनों का संचालन सप्ताह भर नहीं होगा। लेकिन इसके बाद आराम से लोग जंक्शन पर पहुंच जाएंगे। यह काम होते ही कैंट यार्ड रिमाॅडलिंग के बाद सेटेलाइट स्टेशन के रूप में बदल जाएगा।

ट्रेनों का इंतजार, शाम तक नहीं शुरू हुआ सफर
अधिकांश लोगों को ट्रेनों के निरस्त, मार्ग बदलाव सहित अन्य परिवर्तन की जानकारी नहीं हो सकी। इससे बुधवार को रेलवे स्टेशन पर पहुंचने के बाद परेशानी हुई। खासकर, जनरल टिकट पर यात्रा करने वाले लोग परेशान हुए। अधिकांश ट्रेनों के नहीं आने से लोग भटकते रहे। ट्रेन आई तो भीड़ ने हौसला ताेड़ दिया। इससे लोगों को लौटना पड़ा। बुधवार की दोपहर 12.30 बजे रेलवे स्टेशन पर परेशान हाल फिरोज खान ने बताया कि लुधियाना जाने के लिए वह मंगलवार की रात ही आ गए थे। लेकिन सही जानकारी नहीं मिली। इसी तरह से रामकेश, बुद्धेश्वर सहित अन्य यात्री भी परेशान नजर आए। लोगों ने कहा कि ट्रेनों के इंतजार में शाम तक सफर नहीं शुरू हो सका।

पूछताछ काउंटर पर भीड़, नहीं मिल पा रही जानकारी
ट्रेनों के निरस्त होने सहित अन्य जानकारी के लिए भी लोग भटकते नजर आए। सेकंड क्लास गेट के पास बने पूछताछ काउंटर पर यात्रियों की भीड़ लगी थी। लोग ट्रेनों की जानकारी पाने के लिए परेशान नजर आए। लोगों ने कहा कि सही जानकारी नहीं मिल पा रही है। इसलिए जहां तहां भटकना पड़ रहा है। हालांकि डिस्प्ले बोर्ड पर ट्रेनों के संबंध में सूचना दी जा रही थी।

बीते पांच दिनों में इन ट्रेनों के आने में हुई विलंब

ट्रेन नंबर नाम समय 01 सितंबर 02 सितंबर 03 सितंबर 04 सितंबर 05 सितंबर
12553 वैशाली एक्सप्रेस 16.45 17.55 18.30 18.30 19.00 18.25
12565 बिहार संपर्कक्रांति 15.45 17.25 17.40 19.33 19.30 18.40
13019 बाघ एक्सप्रेस 17.55 18.30 18.30 19.50 22.30 00.15
13020 बाघ एक्सप्रेस 12.30 15.30 17.10 17.05 17.45 16.35
15007 कृषक एक्सप्रेस 22.40 22.40 23.10 23.30 02.10 000
12557 सप्त क्रांति सुपरफास्ट एक्सप्रेस 18.30 18.40 18.45 18.55 22.05 23.25

हम सुबह से भटक रहे हैं। बताया गया है कि कुसम्हीं में नई रेलवे लाइन बन रही है। इसलिए ट्रेन निरस्त है। पहले यहां कैंट पर ज्यादा इंतजार करना पड़ता था। नई लाइन बन जाने से राहत मिलेगी।-प्रभुनाथ पांडेय, यात्री।

कुछ ट्रेनें नहीं चल रही हैं। लेकिन कर्मचारी सही जानकारी नहीं दे पा रहे हैं। कौन सी ट्रेन जाएगी। इसके बारे में पूछने पर कह रहे है कि डिस्पले में जाकर देखिए। इस वजह से असुविधा हो रही है।-रामवृक्ष, यात्री।


मुझे लुधियाना जाना है। मैंने एक बार जनरल टिकट ले लिया। तीन घंटे तक इंतजार किया। कोई ट्रेन नहीं मिली तो टिकट बेकार हो गया। अब शाम को कोई ट्रेन आएगी तो दोबारा टिकट लेकर जाएंगे।-फिरोज खान, यात्री।

बिहार से आने जाने वाली ट्रेनें ही निरस्त की गई है। कैंट पर ट्रेन एक से दो घंटे तक रुकती हैं। लेकिन जब नई लाइन बन जाएगी तो सबको राहत मिलेगी। कुछ की समस्या है। इसे किसी तरह से काट लिया जाएगा। -दिनेश कुमार, यात्री।

एक्सपर्ट राय
पूर्वोत्तर रेलवे के सेवानिवृत्ति मुख्य परिचालन प्रबंधक राकेश त्रिपाठी ने कहा कि तीसरी लाइन बन जाने से ट्रेनों को गति मिलेगी। इससे एक साथ कई ट्रेनों का संचालन किया जा सकेगा। इससे घंटों इंतजार से राहत मिलेगी। यह यात्रियों के हित में उचित कदम है। कुछ दिनों की परेशानी उठाने के बाद आगे चलकर बड़ी राहत मिलेगी। अभी गोरखपुर से बिहार रूट पर ट्रेनों और मालगाड़ी का आवागमन ज्यादा है। जब तक संसाधन नहीं बढ़ाएंगे तो दिक्कत रहेगी। तीसरी लाइन बनने से एक वैकल्पिक मार्ग तैयार हो जाएगा। साथ ही कैंट स्टेशन पर भी विस्तार कर कार्य हो रहा है।

पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने कहा कि कैंट स्टेशन के यार्ड रिमाॅडलिंग और गोरखपुर कुसम्हीं तीसरी लाइन के निर्माण से कई सहूलियतें बढ़ जाएंगी। ट्रेनों को चलाने के लिए नया विकल्प मिल जाएगा। ट्रेनों की समयावधि बेहतर होगी।

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