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शेर मोहम्मद
सलेमपुर। मईल थाने के ईशारू गांव के शंकर पांडेय की हत्या एक आरोपी के प्रेम संबंध में बाधक बनने पर कर दी गई। मामले में पकड़े गए आरोपी युवक से पूछताछ में यह बात सामने आई है। आरोपी ने बताया कि हत्या के बाद शंकर का शव नदी में फेंक दिया गया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने शंकर का मोबाइल व घटना में प्रयुक्त कार बरामद की है। हालांकि, घटना का मुख्य आरोपी अभी पुलिस की पहुंच से दूर है। वहीं, शंकर का शव भी नदी से बरामद नहीं किया जा सका है।
मईल थाना क्षेत्र के ईशारू गांव निवासी शंकर पांडेय शुक्रवार की शाम भागलपुर के एक युवक के बुलाने पर घर से निकले थे। वापस न आने पर उनकी पत्नी शिवानी पांडेय ने नौ सितंबर को पुलिस को तहरीर देकर बताया कि आठ सितंबर की शाम पांच बजे मित्र संजय यादव उर्फ टाटा के बुलाने पर शंकर उसके साथ भागलपुर गए थे। इसके बाद नहीं लौटे। काफी तलाश करने के बाद भी उनका पता नहीं चला। इसके बाद मईल पुलिस गुमशुदगी का केस दर्ज कर जांच में जुटी थी। दस सितंबर को शिवानी पांडेय ने संजय यादव उर्फ टाटा व शिवम यादव निवासी भागलपुर पर पति की हत्या कर शव नदी में फेंककर साक्ष्य मिटाने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी। केस दर्ज कर मईल पुलिस ने भागलपुर से एक आरोपी शिवम कुमार यादव (21) को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने हत्या कर शव को कार से भागलपुर पुल पर ले जाकर नदी में फेंकने की बात स्वीकार की है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अब तक की जांच में जो संकेत मिले हैं, उससे साफ जाहिर हो रहा है कि शंकर की हत्या प्रेम प्रसंग में बाधा बनने के कारण हुई है। मुख्य आरोपी की जिस महिला से करीबी है, उससे मिलने-जुलने में शंकर बाधक बन रहे थे, इस कारण उनकी हत्या कर शव को नदी में फेंक दिया गया, ताकि राज न खुले सके।
सीओ अंशुमन ने बताया कि जांच में प्रथम दृष्टया यह संकेत मिल रहा है कि प्रेम प्रसंग में बाधक बनने पर हत्या की गई है। मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है।
दिनभर चलती रही शव की तलाश
सलेमपुर। शंकर पांडेय को फोन कर बुलाने वाला फरार है। दूसरे आरोपी ने हत्या कर शव पुल से नदी में फेंकने की बात कही तो पुलिस शव के खोजबीन में जुट गई। सरयू नदी में एसडीआरएफ टीम ने तलाश की, लेकिन शव का पता नहीं चला। आरोपियों ने बुलाकर उसकी हत्या की गई है। मृतक की पत्नी शिवानी पांडेय आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं।