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विश्वजीत राय
पडरौना। मादक पदार्थों की तस्करी गिरोह के सगरना समेत तीन लोगों पर पुलिस ने गैंगस्टर की कार्रवाई की है। पूर्वांचल के कई जिलों में इनका नेटवर्क है। इनका ठिकाना देवरिया के बरहज थाना क्षेत्र का परसिया देवार है। वहां बड़े पैमाने पर कच्ची शराब का धंधा होता है और पुलिस भी नहीं पहुंच पाती है। तीनों को पुलिस ने हाईवे पर तीन माह पूर्व दो क्विंटल गांजा के साथ गिरफ्तार किया था। तीनों जेल में हैं।
पटहरेवा थाने की पुलिस ने 28 जून को करीब दो क्विंटल गांजा के साथ हाईवे पर घेराबंदी कर फतेहगढ़ जिले के समसाबाद निवासी सुभाष सिंह, आजमगढ़ जिले के बसरीकपुर मेहनगर निवासी संजीत सिंह उर्फ विक्की और देवरिया के बरहज थाना क्षेत्र के परसिया देवार के अमूरतानी टोला निवासी कमलेश यादव को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में पुलिस को पता चला कि यूपी और बिहार के कई जिलों में तस्कर गिरोह का रैकेट फैला है। इनके मोबाइल फोन काॅल डिटेल से पुलिस ने कुशीनगर, देवरिया और आजमगढ़ के कई लोगों को चिह्नित किया था, लेकिन अब तक पुलिस इनके नटवर्क से जुड़े किसी भी तस्कर को नहीं पकड़ सकी है।
सुभाष सिंह ही गिरोह का मुख्य सरगना है। इन तीनों ने पुलिस की पूछताछ में बताया था कि देवरिया के नदी उस पार परसिया देवार में इनका ठिकाना है। वहां से गांजा और कच्ची शराब की तस्करी होती है। पुलिस की मानें तो परसिया देवार के पांच टोले नदी उस पार हैं। वहां कच्ची शराब समेत मादक पदार्थों की खेप तैयार होती है। यहां जाने के लिए पुलिस को मऊ जिले से होकर जाना पड़ता है। इसलिए पुलिस दबिश के बावजूद तस्करों को नहीं पकड़ पाती है। इनका नेटवर्क इतना मजबूत है कि पुलिस के पहुंचनेे से पूर्व सूचना तस्करों तक पहुंच जाती है और पुलिस टीम को शराब की भट्ठियों को तोड़कर लौटना पड़ता है। कमलेश यादव के खिलाफ बरहज थाने में भी कच्ची शराब बनाकर बेचने समेत कई केस दर्ज हैं। इन तस्करों से जुड़े जितने भी लोगों को पुलिस ने चिह्नित किया था। उनका मोबाइल लोकेशन तक नहीं ट्रेस हो पा रहा है।
पटहेरवा थाने के इंस्पेक्टर अनिल उपाध्याय ने बताया कि तीनों तस्कर अभी जेल में हैं। जिला मजिस्ट्रेट के आदेश पर गैंगस्टर की कार्रवाई हुई है। देवरिया, कुशीनगर, सिवान, गोपालगंज समेत कई जिलों में तस्करों का नेटवर्क काम कर रहा है। इसे तोड़ने का प्रयास चल रहा है।