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मनमोहन राय
लखनऊ में फतेह अली रेलवे कॉलोनी में एक मकान ढह जाने से नीचे दबकर पांच लोगों की मौत हो गई। कॉलोनी में करीब 200 परिवार रहते हैं। यहां के ज्यादातर मकान जर्जर हैं फिर भी रेलवे द्वारा खाली नहीं करवाए गए हैं।
उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल की फतेह अली रेलवे कॉलोनी में देर रात एक मकान की छत ढह गई, जिससे पांच लोगों की दब जाने से मौत हो गई। बारिश के बाद मकान और कमजोर हो गया था। सुबह सफाईकर्मियों ने हादसे की सूचना पुलिस को दी जिसके बाद मौके पर पुलिस और एनडीआरएफ की टीम पहुंची।
टीम ने मलबा हटाकर पांच लोगों को बाहर निकला और उन्हें इलाज के लिए लोकबंधु अस्पताल भेजा गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना से इलाके में हड़कंप मच गया और सुबह लोगों का तांता लग गया जिसे संभालने के लिए और पुलिस बुलानी पड़ी। मृतकों में सतीश चंद्र (40), सरोजनी देवी (35), हर्षित (13), हर्षिता (10) और अंश (5) शामिल हैं। डीसीपी पूर्व हृदेश कुमार ने बताया कि पुरानी रेलवे कॉलोनी में घर की छत ढह गई। परिवार के पांच लोगों को मलबे से निकालकर अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
200 परिवार रहते हैं कॉलोनी में, मकान जर्जर
उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल की फतेह अली कॉलोनी में करीब 200 परिवार रहते हैं। कॉलोनी के ज्यादातर मकान जर्जर हैं और कंडम घोषित किए जा चुके हैं। बावजूद इसके रेलवे प्रशासन ने लोगों से मकान खाली नहीं करवाए और लोग रह रहे हैं। जिसके चलते हादसा हुआ।
देखते देखते तबाह हो गया परिवार
जिस मकान की छत गिरी उस वक्त मकान में पांच लोग थे, जिनकी मौत मलबे में दबने से हुई है। सतीश चंद्र के पिता रामचंद्र पहले रेलवे में थे जिनकी मृत्यु के बाद मां का भी निधन हो गया और सतीश चंद्र को अनुकंपा पर नौकरी मिलने की उम्मीद थी। सतीश अपने परिवार के साथ यहां रहते थे जबकि सतीश के भाई अमित भी रेलवे में है।
हादसे पर डिप्टी सीएम ने जताया दुःख, त्वरित राहत कार्य के दिए निर्देश
हादसे पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने गहरा दुःख जताते हुए त्वरित राहत कार्य के निर्देश दिए हैं। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने घटना का संज्ञान लेते हुए तुरंत ही स्थानीय अधिकारियों से वार्ता कर राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।
उन्होंने बताया कि रेलवे का यह मकान काफी पुराना था। अन्य कोई व्यक्ति इसमें फंसा ना हो। इस कारण मलबे को तुरंत हटाया जा रहा है। डिप्टी सीएम ने आश्वासन दिया है कि पीड़ित परिवार के शेष परिजनों को सरकार की ओर से हर संभव मदद मुहैया कराई जाएगी।