शेर मुहम्मद
सफल समाचार
देवरिया। विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर सीएमओ कार्यालय के धन्वंतरि सभागार में मंगलवार को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ओर से वाद-विवाद और पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। इसमें 12 विद्यालयों की छात्राओं ने प्रतिभाग किया।
प्रतियोगिता में वाद-विवाद और पोस्टर प्रतियोगिता में इंदिरा गांधी बालिका इंटर काॅलेज की कक्षा 12वीं की छात्रा सोनाली को प्रथम, राजकीय इंटर काॅलेज की कक्षा 9वीं की छात्रा शालिनी को द्वितीय और सनबीन इंटर काॅलेज की कक्षा 9वीं की छात्रा तनिष्का अग्रवाल को तृतीय स्थान मिला। उन्हें जिलाधिकारी ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह ने कहा कि भारतीय जीवन पद्धति सकारात्मकता से परिपूर्ण है। संयुक्त परिवार प्रथा में डिप्रेशन जैसी बीमारी नहीं थी। परिवार के सदस्य एक-दूसरे के लिए खड़े रहते थे और लोगों का मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहता था। जैसे-जैसे एकाकी परिवार और रहन-सहन में बदलाव हो रहा है, वैसे-वैसे अवसाद के मामले बढ़ रहे हैं। जीवन में कई रंग होते हैं। कहीं किसी एक जगह नहीं रुकना चाहिए। मेंटल स्ट्रेंथ से बड़े से बड़े लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं। स्वस्थ शरीर के लिए तनाव मुक्त रहना चाहिए। मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. राजेश झा ने कहा कि वर्तमान समय में सभी लोगों के लिए मेंटल हेल्थ का ख्याल रखना बड़ी जरूरत बन गयी है। भाग-दौड़ भरी जिंदगी में युवाओं को इसका खास ख्याल रखना होता है। लोग स्ट्रेस और डिप्रेशन के शिकार होते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों में इन्हीं सब विषयों पर जागरुकता बढ़ाने और मेंटल हेल्थ की अहमियत को समझाने के लिए हर साल 10 अक्तूबर को वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे मनाया जाता है।
इस दौरान विश्व मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. संजय गुप्ता, एसीएमओ डॉ. राजेंद्र प्रसाद, डीपीएम पूनम, डॉ. आनंद बहादुर सिंह, वर्षा सिंह, डॉ. दिव्य दीपक श्रीवास्तव, डॉ. नेत्रिका पांडेय, अंजलि, आदित्य मिश्रा, विशाल मौजूद रहे।