विश्वजीत राय
सफल समाचार
मारवाड़ी युवा मंच से जुड़े पदाधिकारियों ने विभिन्न दुकानों पर चस्पा किया पोस्टर
व्यापारियों ने मेन बाजार में आटा के थोक व्यापारी व सेंट्रल बैंक रोड स्थित विभिन्न दुकानों पर लगाया पोस्टर
पडरौना। नवरात्र समेत अन्य धार्मिक या विभिन्न प्रयोजनों के मौके पर डीजे तेज आवाज में न बजाने के लिए व्यापारी लोगों को जागरूक कर रहे हैं। शहर में दुकानों पर व्यापारी पोस्टर चस्पा कर लोगों को जागरूक करने में जुटे हैं। दुकान पर खरीदारी करने वाले लोगों की नजर पोस्टर पर पड़ रही है, तो व्यापारियों से पूछ भी रहे हैं।
उधर, पुलिस प्रशासन ने भी डीजे को लेकर एडवाइजरी जारी कर दी है। शासन की तरफ से तय किए गए नियम के विपरीत डीजे बजाने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई। कोतवाली पुलिस शाम को भ्रमण कर पांडाल आयोजकों को तेज ध्वनि से डीजे नहीं बजाने के लिए प्रेरित कर रही है।
बृहस्पतिवार को शहर के मेन बाजार स्थित एक आटे की थोक दुकान पर नजर पड़ी, तो वहां एक पोस्टर दिखा। पोस्टर पर लिखा था कि तेज आवाज में डीजे न बजाएं, यह नुकसानदायक है। इलेक्ट्राॅनिक सामानों के थोक व्यवसायी सचिन चौरसिया ने कहा कि तेज ध्वनि से डीजे समेत अन्य ध्वनि विस्तारक यंत्र नहीं बजाने की अमर उजाला की मुहिम सराहनीय है।
तेज आवाज में डीजे बजना सेहत के लिए हानिकारक है। सभी लोगों को इस मुहिम का हिस्सा बनकर आगे कदम बढ़ाना होगा। बाजार में खरीदारी करने पहुंचे आनंद मिश्र, विशाल शुक्ला, कुंदन वर्मा मिले। उन्होंने कहा कि इस समय हर तरफ तेज आवाज सुबह से शाम तक सुनने को मिल रहा है। तेज आवाज के कारण कुछ सुनाई नहीं देता है। रात के समय तेज आवाज में ध्वनि विस्तारक यंत्र बचने से नींद भी पूरी नहीं होती है।
चूंकि धार्मिक कार्य है इसलिए संकोचवश कहना नहीं बनता है, लेकिन समस्या होती है। आयोजन समिति से जुड़े लोगों को इस पर स्वयं विचार करने की जरूरत हैं। धर्मशाला से सेंट्रल बैंक मार्ग की तरफ बढ़ने पर मेडिकल स्टोर, साइकिल की दुकान समेत अन्य कई दुकानों पर भी एक पोस्टर लगा हुआ था। दुकान पर आने वाले लोग उस पोस्टर को एक बार जरूर देख रहे थे। पोस्टर पर डीजे नहीं बजाने का जिक्र किया गया है।
पोस्टर पर लिखी बात पर लोग चर्चा करते हुए दिखे। दुकान पर मिले शिवपुर के अवकाश विश्वकर्मा व नितेश विश्वकर्मा, पिपरासी के भोला पांडेय ने बताया कि इस समस्या का समाधान लोगों की जागरूकता पर ही निर्भर है। समाज में इसके लिए व्यापक मुहिम चलाने की जरूरत है। शासन-प्रशासन के आदेशों का पालन करने में ही भलाई है। इस बीच सखवनिया के अभिषेक सिंह, मटिहनिया के विमलेश यादव समेत कई लोग तेज आवाज में बज रहे डीजे के मसले पर चर्चा करते दिखे।
तेज ध्वनि में डीजे बजने पर सभी लोगों को समस्या होती है। तेज आवाज के कारण रात को घर जाने के बाद सिर में दर्द होने लगता है। डीजे कम आवाज में बजना सभी के लिए लाभदायक होगा। इस वजह से दुकान में पोस्टर लगाकर लोगों को जागरूक कर रहा हूं।
– सतीश जिंदल, व्यापारी
आजकल किसी भी त्योहार पर तेज आवाज में डीजे बजाने का चलन हो गया है। इससे राहगीरों के अलावा यहां के व्यापारियों को परेशानी होती है। घर में बुजुर्गों को तो तेज से आवाज से काफी दिक्कत होती है। डीजे संचालकों को चाहिए कि डीजे धीमी आवाज में बजाएं। इस समस्या से निजात पाने के लिए सभी को जागरूक होना पड़ेगा।
– गौरीशंकर अग्रवाल, व्यापारी
मोहल्ले में सजे दुर्गा पांडाल के समितियाें की ओर से डीजे लगाया जाता है। इससे इतनी तेज आवास में भक्ति गीत बजते हैं कि सहन नहीं हो पाता है। इस बार उनसे अनुरोध किया गया है कि धीमे आवाज में डीजे बजाएं, जिससे रात को चैन की नींद सो सकें।
– गोपाल अग्रवाल, निवासी, धर्मशाला रोड
तेज ध्वनि में डीजे से बजने से सबसे अधिक परेशानी बच्चों और बीमार लोगों को होती है। अधिक तेज आवाज में डीजे बजने से रसोई घर में रखे बर्तन गिर जाते हैं। लोगों को इस तरह डीजे बजाने से परहेज करना चाहिए।
– कुसुम अग्रवाल, निवासी, गांधीनगर
पुलिस की ओर से आयोजन समितियों को जारी दिशा-निर्देश
नवरात्र पर्व, दुर्गा प्रतिमा स्थापना एवं विसर्जन के दौरान डीजे संचालकों द्वारा मानक का उल्लंघन करने वाले वाहन जिसमें क्षमता से कई गुना अधिक साउंड बॉक्स लगाने, अति तीव्र ध्वनि, अधिक बूफर/लाउडस्पीकर का उपयोग करने पर व नागरिकों के लोक स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले संचालकों के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
– डीजे वाहनों पर मानक के विपरीत अधिक संख्या में बूफर/डीजे साउंड बांधने के कारण विशालकाय आकार से बिजली तारों, खंभों व लोक संपत्ति की हानि न हों।
– सड़क मार्ग, विद्युत, आपात व्यवस्था बाधित होने व अति तीव्र ध्वनि से आमजन, बुजुर्गों, शिशुओं, यात्रियों, एंबुलेंस आदि की कोई असुविधा का सामना न करना पड़े।
– मानक अनुसार डीजे न बजाने पर संंबंधित डीजे संचालकों व उनके स्वामियों के विरुद्ध की जाएगी सख्त वैधानिक कार्रवाई
निर्धारित क्षमता तक ही डीजे बजाने की अनुमति है। इसके लिए शहर में लगे सभी दुर्गा पांडालों का भ्रमण कर उन्हें तेज आवाज में डीजे या अन्य ध्वनि विस्तारक यंत्री नहीं बजाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। पंडाल में सुरक्षा मानकों का ध्यान रखने के लिए निर्देशित किया गया है। नियम का सख्ती से पालन कराया जा रहा है। इनका पालन नहीं करने वालों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी।