इसे ब्रेकिंग नहीं खाकी का शर्मनाक करनामा कहिये

उत्तर प्रदेश कुशीनगर

विश्वजीत राय
सफल समाचार

दिनांक-29.2023

अभी बरवापट्टी की एस एच ओ सुमन सिंह द्वारा एनकाउंटर को लेकर पुरे प्रदेश मे धूम मचा था लेकिन उसी थाने पर उन्ही के नेतृत्व मे दो दिन पहले पकड़ी गयी शराब के मामले मे उनके मतहतो की संलिप्तता के पर्याप्त प्रमाण मिले हैं जो यह साबित करने के लिए काफी हैं की कप्तान साहब के लाख सख़्ती के बाद भी मातहत सुधरने का नाम नहीं लें रहे और बेखौफ़ होकर अपने संरक्षण मे शराब तस्करी करवा रहे हैं। बरवापट्टी थाने पर 25 अक्टूबर को पकड़ी गयी शराब की एक बड़ी खेप के मामले मे एक आडियो प्राप्त हुआ हैं जिसमे दो लोग आपस मे बात कर रहे हैं जो शराब के धंधे से जुड़े हुए बताये जा रहे हैं और आपस मे बातचीत के क्रम मे वह बता रहे हैं की एस एस आई राज नरायण यादव और सिपाही दीपक सिंह के माध्यम से मामला मैनेज हुआ था और बरवापट्टी थाने को 32 हजार महीना देकर शराब का खेप नदी उस पार कराया जाता हैं। आडियो क्लिप का सच क्या हैं यह जाँच के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा लेकिन उसमे हुई बातचीत के मुताबिक उक्त वाहन को खानगी से उठाकर बंधे पर लें जाया गया और फोटो विडियो बनाकर थाने लाया गया और वहां से बीस हजार लेकर एक लोग को छोड़ दिया गया। आडियो के हिसाब से यह बरामदगी मात्र इस वजह से हुई हैं की तयसुदा रकम मिलने मे दो चार दिन की देरी हो गयी थी। लेडी सिंघम के नाम से एक सप्ताह से शोहरत बटोर रही एस एच ओ सुमन सिंह के नेतृत्व मे ही यह बरामदगी दिखाई गयी हैं और अब ज़ब बरामदगी का सच बाहर आ गया हैं तो चर्चा अब यह होने लगी हैं की हाथी के दाँत के तरह का यह मामला हैं, (दिखाने का और तथा खाने का और) कप्तान साहब अपने कार्यकाल मे बालू की इंट्री के मामले मे एक थानाध्यक्ष के बिरुद्ध इसी थाने पर मुकदमा दर्ज करा चुके हैं और शराब तस्करी मे संलिप्तता के मामले मे एक थानाध्यक्ष को निलंबित तो एक को स्थानंतरित कर चुके हैं फिर भी न जाने ये मातहत किस मिट्टी के बने हुए हैं की शराब तस्करी से कमाई का मोह नहीं छोड़ पा रहे और लगातार इस काम मे जुटे हुए हैं। इस मामले मे एस एस आई राजनरायण के व्हाट्सप्प पर भेजें गए चैट का एक स्क्रीन शाट प्राप्त हुआ हैं जिसमे धंधेबाज ने शराब की खेप पार कराने के लिए साहब को सुचना दिया हैं (इस प्रक्रिया को धंधेबाज इंट्री का नाम दिए हैं)। इस चैट का स्क्रीन शाट और आडियो क्लिप की प्रमाणिकता की पुष्टि मेरे द्वारा नहीं की जा रही लेकिन जो साक्ष्य और घटना का क्रम हैं वह इस बात को जरूर प्रमाणित कर रहा हैं। अपनी ख्याति के अनुसार पुलिस कप्तान धवल जयसवाल इस मामले मे दोषी पुलिसकर्मियों को कड़ी से कड़ी सजा देंगे इस बात मे कत्तई संदेह नहीं हैं लेकिन इस ईमानदार और तेज तर्रार पुलिस कप्तान के मन मे यह कसक जरूर रहता होगा की आखिर वह विश्वास करें तो किस पर। अभी कुछ दिन पहले सुमन सिंह पर भरोसा करके उन्होंने बरवापट्टी थाने का कमान सौपा और एनकाउंटर के बाद उनके हौशला आफजाई के लिए जो बन पड़ा वह किया लेकिन ऐसे एस एच ओ के नाक के निचे भी शराब तस्करी का ऐसा कुत्सित खेल खेला जा रहा हैं यह सुनकर, सोचकर किसी को भी अटपटा जरूर लगेगा। बहरहाल इस मामले मे धवल एक्शन तो तय माना जा रहा हैं क्योंकि भ्र्ष्टाचार धवल जयसवाल को कत्तई पसंद नहीं हैं वह हर उस पुलिसकर्मी पर निसंकोच कार्रवाई करते हैं जो खाकी के दामन पर दाग़ लगाने का कार्य करते हैं, चाहे कोई भी हो जो भी जिम्मेदार होगा उस पर कार्रवाई के लिए जाने जाते हैं पुलिस कप्तान ऐसे मे दोषियों की खैर तो कही से नहीं दिख रही हैं आगे का राम जाने।

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