न डॉक्टर न जांच की सुविधा, कैसे हो मरीजों का इलाज

उत्तर प्रदेश देवरिया

शेर मुहम्मद
सफल समाचार

मईल। रविवार को लगने वाला मुख्यमंत्री आरोग्य मेला दिखावा बनकर रह गई है। कई स्वास्थ्य केंद्रों पर न डॉक्टर थे और न ही जांच की कोई व्यवस्था थी। ऐसे में मरीजों का ठीक से इलाज नहीं हो पा रहा है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ठेगवलदूबे का भी यही हाल था, जहां मेले में न डॉक्टर की ड्यूटी थी और न ही कोई जांच की व्यवस्था थी। फार्मासिस्ट हरेंद्र प्रताप सिंह ने 18 मरीजों का इलाज कर दवा वितरित किया।
जबकि ठेगवलदूबे में दो डॉक्टरों की तैनाती है, लेकिन मेले में एक भी डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं मिले। होम्योपैथ के डॉक्टर अरुण कुमार, फार्मासिस्ट कृष्ण मुरारी मद्धेशिया ने 16 मरीजों को देखा और दवा दिया। यही हाल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रेवली का था। यहां भी फार्मासिस्ट अनंत जायसवाल, वार्ड ब्वॉय कामेश्वर यादव ड्यूटी पर मिले 27 मरीज का रजिस्ट्रेशन हुआ था। होम्योपैथ के डॉ. रवि आर्य की ड्यूटी लगी थी। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मईल में आयुर्वेद के डॉ. अनिल प्रजापति, फार्मासिस्ट रमेश चंद ड्यूटी पर थे, यहां 30 मरीज का रजिस्ट्रेशन हुआ था। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भागलपुर में बीएमएस डॉ. ममता चौहान, फार्मासिस्ट मनोज अग्रहरि की ड्यूटी लगी थी, यहां भी 30 मरीज का रजिस्ट्रेशन हुआ था। जबकि एमबीबीएस के दो डॉक्टर की तैनाती है लेकिन मेले में एक डॉक्टर की ड्यूटी नहीं थी।

आरोग्य मेले में नहीं आ रहे मरीज, हो रही खानापूर्ति

भाटपाररानी। आरोग्य मेले में मरीजों की भीड़ नहीं रही है। विकासखंड अंतर्गत पीएचसी भाटपाररानी सहित चार केंद्रों पर रविवार को आरोग्य मेला लगता है। जहां मरीजों की जांच से लेकर दवा आदि वितरित की जाती है। भाटपाररानी सहित कहीं भी जांच की व्यवस्था नहीं है।
न्यू पीएचसी रघुनाथपुर, भिंगारी बाजार, खामपार और पीएचसी भाटपाररानी पर रविवार को आरोग्य मेला का आयोजन किया जाता है। सभी जगहों को मिलाकर सौ तक संख्या नहीं पहुंच रही है। भाटपाररानी पीएचसी पर केवल टीबी, मलेरिया के जांच की व्यवस्था है, अन्य जांच की सुविधा कहीं नहीं है। आरोग्य मेले में पहुंचे कुंजबिहारी ने बताया कि जो दवा दी जा रही है वह कारगर साबित नहीं हो रही है। अछैबर यादव ने बताया कि यहां जांच की कोई व्यवस्था नहीं है। दवा का भी अभाव है। बच्चों की दवा नहीं मिली। चिकित्सा प्रभारी डॉक्टर इमाम हुसैन सिद्दीकी ने बताया कि दवा की व्यवस्था है। जांच भी की जा रही है।

जन आरोग्य मेला में 60 लोगों का हुआ स्वास्थ्य परीक्षण
पड़री बाजार। आरोग्य मेला महज औपचारिकता बनकर रह गया है। गंभीर बीमारियों के लिए डांक्टर नहीं बैठते हैं। जिसके कारण मरीजों को लाभ नहीं मिलता है। अब कम मरीज आते हैं। नया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पड़री बाजार में प्रभारी डॉ. सनाउल्लाह अंसारी, फार्मासिस्ट दीपक वर्मा, प्रिंस सिंह मरीजों की जांच कर रहे थे। सुगर, ब्लड प्रेशर, टायफाइड, बुखार आदि बीमारियों की दवा मरीजों को दी जा रही थी। आंख, कान गला, लीवर जैसे बीमारियों के लिए डाक्टर उपलब्ध नहीं थे। पड़री बाजार के दीवाकर पांडेय ने बताया कि मेले में गंभीर बीमारियों के डॉक्टर को भी उपलब्ध रहना चाहिए। बहोरवा मिश्र के विवेक मिश्र व महुई पांडेय के सुदेश शाह ने बताया कि मेला केवल शोपीस बनकर रह गया है। हर बीमारी के डाक्टरों को रहना चाहिए।

आरोग्य मेले में उमड़ी भीड़, मरीजों का हुआ स्वास्थ्य परीक्षण

बरहज। आरोग्य मेला में पैना न्यू पीएचसी पर मरीजों की भीड़ रही। चिकित्सकों ने मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उनका उपचार किया। डॉ. सिद्धार्थ के देखरेख में मेले का आयोजन किया गया। सुबह दस बजे आदित्य सिंह, अजय कुमार मौर्य, शिवम गुप्ता, रीता देवी, दो बजे आदर्श राजभर, रामेश्वर प्रसाद, श्रेया सिंह, सर्वेश आदि लाइन में लगे थे। परिसर में आए ज्यादातर मरीज बुखार, खांसी सहित अन्य बीमारियों से ग्रसित थे। परिसर में तीन बजे तक मरीजों की भीड़ रही।

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