लखनऊ में बढ़ रही ई-रिक्शा, ऑटो और टैंपो की अराजकता

उत्तर प्रदेश लखनऊ

मनमोहन राय
सफल समाचार

लखनऊ। राजधानी में ट्रैफिक जाम और जान के लिए खतरा बन रहे ई-रिक्शा और ऑटो-टैंपो चालकों की मनमर्जी पर तमाम दावों के बावजूद लगाम नहीं लग पा रही है। अधिकारी केवल प्लान बनाकर रह जा रहे हैं और भुगतना यात्रियों को पड़ रहा है।

ऐसे में ट्रैफिक और आरटीओ समेत अन्य विभागों को मिल कर काम करना होगा तभी तेज रफ्तार पर लगाम, प्रॉपर ट्रेनिंग, अवेयरनेस और सख्ती से नियमों का पालन आदि कराने जैसी चीजों की उम्मीद की जा सकती है।

चौराहों पर रुकने न दें
वैसे तो हर चौराहे पर ई-रिक्शा और ऑटो-टैंपो के रुकने की मनाही है, पर इसके बावजूद वे वहां रुककर सवारी भरते हैं, जिससे जाम लगने की स्थिति पैदा होती है। ऐसे में ट्रैफिक पुलिस को इनसे सख्ती से निपटना चाहिए। नौसिखिए ड्राइवरों को ट्रेन्ड और अवेयर करने की भी जरूरत है, ताकि वे टै्रफिक नियमों का पालन करें।

जगह की कमी से हो रही दिक्कत
आरटीओ, प्रर्वतन, संदीप पंकज ने बताया कि जो भी ई-रिक्शा, ऑटो-टैंपो, नियम विरुद्ध गाड़ी चलाते हैं, उनका चालान काटने के साथ ही गाड़ी भी सीज की जाती है। पर जगह की कमी के कारण गाड़ी सीज करने में दिक्कत आती है। अगर अधिक जगह मिले तो चालान के साथ कुछ दिनों के लिए गाड़ी सीज हो तो वाहन चालकों में डर बैठेगा। उनको कमाई की चिंता होगी, इससे बचने के लिए वे नियमों का पालन भी करेंगे।

ट्रेनिंग देने का करते हैं काम
आरटीओ प्रवर्तन ने आगे बताया कि समय-समय पर सड़क सुरक्षा अभियान चलाया जाता है। जिसमें सभी ड्राइवरों को गाड़ी सही तरीके से चलाने की ट्रेनिंग दी जाती है। इसके अलावा गाड़ी की मेंटेनेंस और फिटनेस के साथ ड्राइवरों का मेडिकल चेकअप भी किया जाता है, ताकि हादसों पर रोक लगाई जा सके।

चालान और गाड़ी भी करते हैं सीज
डीसीपी ट्रैफिक हृदेश कुमार ने बताया कि जिन-जिन जगहों पर ई-रिक्शा बैन हैं, वहां पर ट्रैफिक पुलिस की निगरानी रहती है। थानों की पुलिस भी इनपर एक्शन लेती है। शहर में ऐसे कई चौराहों को चिन्हित किया गया है, जहां पर ऑटो, ई-रिक्शा और टैंपो को खड़ी कर सवारी भरने की अनुमति नहीं है। पकड़े जाने पर पुलिस चालान या फिर गाड़ियां सीज भी करती है।

ऑटो-टेंपो ड्राइवरों को समय-समय पर ट्रेनिंग दी जाती है। जगह की कमी के चलते गाड़ी सीज करने में थोड़ी दिक्कत आती है, पर विभाग लगातार कार्रवाई कर रहा है।
-संदीप पंकज, आरटीओ, प्रवर्तन

ऑटो-टेंपो या ई-रिक्शा के प्रतिबंधित जगह पर चलने को लेकर पुलिस की निगाह रहती है। चालान काटने के साथ ही गाड़ी सीज भी की जाती है।
-हृदेश कुमार, डीसीपी ट्रैफिक

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