शेर मुहम्मद
सफल समाचार
मईल। देवरहा बाबा आश्रम की 200 एकड़ चारागाह भूमि पर कब्जा कर गेहूं की बुआई करने वालों पर प्रशासन ने सख्त रूख अपनाया है। समाधान दिवस में पहुंचे बरहज तहसीलदार ने कानूनगो और लेखपाल को नसीहत दी और पांच दिन के अंदर कब्जा करने वालों की रिपोर्ट मांगी है। इससे भू माफिया में खलबली मची है।
देवरहा बाबा आश्रम के चारागाह की करीब 200 एकड़ जमीन पर मईल और मईलौटा गांव के भू माफियाओं ने गेहूं की बुआई कर ली है। आश्रम के पीठाधीश्वर श्याम सुंदर दास ने तहसील प्रशासन पर भू माफिया से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए सीएम से इसकी शिकायत की है। उनका आरोप है कि वर्ष 2018 में भू माफिया पर कार्रवाई के बाद चारागाह की जमीन से कब्जा हटा था। इस वर्ष फिर से इनकी सक्रियता बढ़ गई और जबरन चारागाह की जमीन गेहूं की बुआई कर दी गई हैं। लेखपाल और स्थानीय पुलिस की मिलीभगत से इनका मनबोल बढ़ा हुआ है। मना करने पर जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।
मईल थाने पर आयोजित समाधान दिवस में पहुंचे बरहज के तहसीलदार अरूण कुमार ने वहां मौजूद लेखपाल अमरनाथ और कानूनगो रामजी प्रसाद से चारागाह पर हुए कब्जे की जानकारी ली। तहसीलदार के सवालों का जवाब राजस्वकर्मियों के पास नहीं था। तहसीलदार ने चारागाह पर कब्जा करने वालों पर कार्रवाई के लिए पांच दिन के अंदर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। तहसीलदार अरूण कुमार ने बताया कि राजस्वकर्मियों से जानकारी ली गई। रिपोर्ट आने पर चारागाह की जमीन पर कब्जा करने वालों के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी