सफल समाचार अजीत सिंह
डिप्टी सीएम के जाते ही पुनः धड़ल्ले से शुरू हुआ अवैध खनन
शुक्रवार की रात चोरों की तरह नाव निकाल कर होता रहा अवैध खनन किया गया बंद, रविवार को दोपहर 12:00 बजे संबंधित भ्रष्ट अधिकारियों के इशारे के बाद फिर हुआ काम जारी
सोनभद्र। जिले में अवैध खनन का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है। हालांकि लगातार ख़बरों के चलने से खबर का असर दिखा तो जरूर है। बावजूद इसके नाटककीय ढंग से अवैध खनन शुक्रवार की देर रात दिखावे के तौर पर संबंधित भ्रष्ट अधिकारियों का इशारा मिलने पर अवैध खान बंद कर दिया गया। क्षेत्र में कैबिनेट मंत्री के आगमन की भ्रांति फैलाकर आवाज दिखाना किया गया बंद जबकि पूरे जनपद में उसे वक्त सिर्फ दो बालू साइड अघोरी और ब्रह्मोरी में खनन पूरी तरह से बंद कर दिया गया था वहीं दूसरी तरफ अन्य बालू साइड अपनी सीमा में रहकर काम कर रहे थे ।बताते चले की शुक्रवार की शाम अचानक सेंचुरी एरिया में लगाई गई नाव जो की अवैध खनन में प्रयुक्त हो रही थी। हटाने के आदेश पर हटा लिया गया क्योंकि शनिवार को मौका मुआएना जांच करने हेतु खनिज विभाग के अधिकारियों को आना था तथा संबंधित स्थान पर अवैध खनन को छिपाना था। जिस तरह किसी नाटक पर फिल्म दर्शाया जाता है उसी प्रकार अधिकारियों की एक टीम आने के पूर्व नाव तथा लोडिंग कर रहे वाहनों को हटा दिया जाता है। और खनन माफिया द्वारा कहा जाता है कि समाचार पत्रों में ऐसी खबरों के प्रकाशन से कुछ नहीं होता ज्यादा से ज्यादा दो दिन साइड बंद रहेगी और तीसरे दिन खुद चालू हो जाएगा। और सच में ऐसा ही हुआ जबकि शुक्रवार की देर रात को खनन क्षेत्र पूरी तरह से खाली कर दिया गया और रविवार को दोपहर 12:00 बजे पुनः अपने अवैध खनन को धड़ल्ले से चालू कर दिया गया। जांच कर रहे अधिकारियों से जांच के विषय में पूछने पर किसी प्रकार का स्पष्ट जवाब नहीं दिया जाता है बल्कि जांच की पूरी प्रक्रिया को छुपाने का पूरा प्रयास किया जाता है यहां तक की जांच में आए हुए निष्कर्ष भी अपने भरोसे मंद समाचार पत्रों को ही दिया जाता है जिससे समाचार पत्रों में खबरें उनके हिसाब से निकल सके अथवा पूरी तरह से गोपनीय रखा जाता है। जो की संबंधित विभागों की कार्य शैली स्पष्ट कर देती है। मामला कुछ भी हो इस तरह के धड़ल्ले से चल रहे अवैध खनन से नुकसान क्षेत्र की जनता का ,सरकार का तथा वायुमंडल अथवा प्रकृति का होता है और मौज खनन माफियाओं का संबंधित विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों व कर्मचारियों का तथा मंत्रिमंडल में बैठे उन तमाम भ्रष्ट सफेद राजनेताओं का अथवा प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए अवैध खनन में सहयोगियों का जिसमें सबसे बड़ा नुकसान सरकार के राजस्व का होता है खबर लगाने का उद्देश्य सरकार के राजस्व की लूट को तत्काल प्रभाव से रोका जाना अति आवश्यक है और संबंधित अधिकारियों पर दंडात्मक कार्रवाई करना भी अधिक आवश्यक है जिससे सरकार की छवि खराब करने वाले भ्रष्टतंत्र को समाप्त किया जा सके।