विश्वजीत राय
सफल समाचार
पडरौना। स्वशासी राजकीय मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जिला अस्पताल में मरीजों की भीड़ बढ़ने लगी है। क्योंकि यह अस्पताल अब मेडिकल कॉलेज के रूप में संचालित होने लगा है। मरीजों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टॉफ की नियुक्ति की जा रही है। अभी आठ नए एसआर (सीनियर रेजीडेंट) डॉक्टर मिले हैं, जो विभिन्न बीमारियों के विशेषज्ञ हैं।
स्वशासी राजकीय मेडिकल कॉलेज के रूप में इस अस्पताल का संचालन बीते अप्रैल माह से ही शुरू कर दिया गया है। चूंकि यह जनपद बिहार का सीमावर्ती भी है और बिहार के दो जनपदों गोपालगंज एवं पश्चिमी चंपारण की सीमाएं लगती हैं। इसलिए कुशीनगर जनपद के साथ-साथ बिहार के मरीज भी बड़ी संख्या में यहां इलाज कराने आते हैं। मेडिकल कॉलेज के रूप में इसका संचालन शुरू होने के बाद से मरीजों की संख्या भी बढ़ गई है। ओपीडी के साथ-साथ इमरजेंसी में भी अधिक मरीज आ रहे हैं। ऐसे में चिकित्सा व्यवस्था और अधिक सुदृढ़ करने के लिए नए डॉक्टरों की नियुक्ति की जा रही है। मौजूदा समय में आठ नए एसआर (सीनियर रेजीडेंट) डॉक्टर मिले हैं। इनमें ईएनटी के दो एवं हड्डी रोग, माइक्रो, श्वांस रोग, एनेस्थेसिया, पीडियाट्रिशियन और मेडिसिन के एक-एक विशेषज्ञ डॉक्टर मिले हैं। इनके आने से अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था और बेहतर होगी।
स्वशासी राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आरके शाही ने बताया कि अस्पताल में मरीजों की बढ़ती भीड़ और स्वीकृत पदों के आधार पर यहां डॉक्टरों की नियुक्ति हो रही है। आठ नए एसआर (सीनियर रेजीडेंट) मेडिकल कॉलेज को मिलेे हैं। अभी इनकी संख्या और बढ़ेगी।